भुनेश्वर : झारखंड के पूर्व सीएम और ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास के बेटे ललित कुमार पर मारपीट का आरोप लगाने वाले सहायक अनुभाग अधिकारी बैकुंठ प्रधान का तबादला कर दिया गया है. बैकुंठ प्रधान को पुरी राजभवन से गृह विभाग में भेज दिया गया है. एक आधिकारिक आदेश में कहा गया कि संसदीय कार्य विभाग में सहायक अनुभाग अधिकारी एवं वर्तमान में राज्यपाल सचिवालय में तैनात प्रधान को तत्काल प्रभाव से गृह विभाग में स्थानांतरित और तैनात किया जाता है।
बैकुंठ प्रधान की पत्नी का आरोप, वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिला, इसलिए मेरे पति को पीटा……
बता दें कि प्रधान की पत्नी सयोज ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि सात जुलाई को पुरी स्थित राजभवन में दास के बेटे ललित कुमार और उनके पांच साथियों ने उनके साथ मारपीट की थी. उन्होंने कहा कि 7 जून की रात को राज्यपाल के बेटे ने मेरे पति को अपने कमरे में बुलाया और उन्हें बुरी तरह पीटा. वह खुद को बचाने के लिए बाहर आये, लेकिन दो लोगों ने उन्हें घसीटकर पीटा. वह बुरी तरह घायल हैं. उन्हें इसलिए पीटा गया क्योंकि उन्हें (राज्यपाल के बेटे को) स्टेशन से लेने के लिए एक लग्जरी कार चाहिए थी, लेकिन उस दौरान राष्ट्रपति के दौरे के कारण कई गाड़ियां ड्यूटी पर थीं. मेरे पति ने एक मारुति सुजुकी कार भेजी, जो उपलब्ध थी. उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिला इसलिए उन्होंने मेरे पति को पीटा. वह अभी भी घायल हैं. मेरे पति राज्यपाल से भी मिले, लेकिन उन्होंने अच्छा जवाब नहीं दिया. हमने पुरी बीच पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करायी है. हम चाहते हैं कि आरोपियों को सजा मिले और हमें न्याय मिले।
बैकुंठ प्रधान ने राज्यपाल के प्रधान सचिव से भी की थी शिकायत……
मालूम हो कि राजभवन में कार्यरत बैकुंठ प्रधान ने राज्यपाल के प्रधान सचिव से भी लिखित शिकायत की थी. बैकुंठ प्रधान ने अपनी शिकायत में कहा था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रथ यात्रा के लिए दो दिवसीय दौरे (7 और 8 जुलाई) पुरी दौरे पर थीं. दो दिवसीय दौरे को लेकर उनकी तैनाती पुरी राजभवन में थी. 7 जुलाई को रात करीब 11:45 बजे राज्यपाल के निजी रसोइये आकाश सिंह ने उनको बताया कि ललित कुमार उनसे मिलना चाहते हैं. बैकुंठ प्रधान ने शिकायत में कहा कि वो जैसे ही उनके कमरे में गये तो ललित उनके साथ गाली-गलौज करने लगा. जब उन्होंने इसका विरोध किया तो राज्यपाल के बेटे ने पांच अन्य लोगों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट की।
रात 11:45 बजे से सुबह के 4:30 बजे तक ललित कुमार ने मारपीट की….
एएसओ का दावा था कि वह भागने और एनेक्सी रूम में छिपने की कोशिश की. लेकिन बाद में ललित के निजी सुरक्षा अधिकारी उन्हें वापस उसके पास ले गये. प्रधान ने शिकायत में कहा था कि राज्यपाल के बेटे ने सुबह 4:30 बजे तक उसे थप्पड़ और लात-घूंसे मारे. एएसओ प्रधान का कहना था कि 8 जुलाई की सुबह राज्यपाल के प्रधान सचिव को शिकायत देकर न्याय की गुहार लगायी थी. हालांकि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी।