झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) के उभार से आजसू पार्टी चिंतित है। 28 जुलाई को जेबीकेएसएस अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकती है और उन्हें ‘गैस सिलेंडर’चुनाव चिह्न मिलने की संभावना है। पार्टी को एक राष्ट्रीय पार्टी से चुनावी तालमेल का प्रस्ताव भी मिला है, जिस पर भी चर्चा होगी।
रांचीः झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की ओर से जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है। वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी-जेएमएम और कांग्रेस के बाद सबसे अधिक वोट लाकर चौंकने वाले संगठन झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) को भी जल्द ही राजनीतिक दल के रूप में मान्यता मिल जाएगी। वहीं जयराम महतो की पार्टी जेबीकेएसएस को राजनीतिक दल के रूप में मान्यता मिलने के साथ ही एक बड़ी राष्ट्रीय पार्टी से तालमेल कर चुनाव लड़ने का ऑफर मिला है। वहीं जेबीकेएसएस ने 28 जुलाई को पार्टी पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है, जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा होगी। दूसरी तरफ जैसे-जैसे जेबीकेएसएस के संगठन का विस्तार हो रहा है, एनडीए में शामिल आजसू पार्टी की चिंता बढ़ती जा रही है। जयराम महतो की पार्टी जेएमएम-कांग्रेस और अन्य दलों को भी चुनौती देने के लिए तैयार है।
जयराम महतो को प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर-खर्च देने की पेशकश
जेबीकेएसएस प्रमुख जयराम महतो ने सिल्ली विधानसभा क्षेत्र में पिछले दिनों एक सार्वजनिक कार्यक्रम में इस बात की जानकारी दी कि एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल की ओर से उन्हें ऑफर मिला है। जयराम महतो ने बताया कि एक राजनीतिक दल के संगठन महामंत्री की ओर से उन्हें तालमेल कर सात-आठ सीटों पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया। इसके एवज में चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर और अन्य खर्च उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया गया। साथ ही विधानसभा चुनाव में जीत मिलने और सरकार गठन होने पर दो सदस्यों को मंत्री पद का भी ऑफर दिया गया। जयराम महतो की ओर से अपने बयान में ऑफर देने वाले राजनीतिक दल के नाम का खुलासा नहीं किया गया, लेकिन राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जयराम महतो ने अपने वक्तव्य में संगठन महामंत्री का जिक्र किया, इस तरह का पद कांग्रेस पार्टी या जेएमएम-आजसू पार्टी में नहीं है। इसलिए उनका साफ इशारा बीजेपी की तरफ ही है। दूसरी तरफ बीजेपी के भी किसी नेता की ओर से फिलहाल जयराम महतो की पार्टी के साथ तालमेल को लेकर बात करने की किसी तरह जानकारी नहीं दी गई है।
28 जुलाई की बैठक में उम्मीदवारों का नाम होगा फाइनल
जेबीकेएसएस प्रमुख जयराम महतो ने 28 जुलाई को पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों और केंद्रीय कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। पार्टी के केंद्रीय संगठन मंत्री कमलेश महतो ने बताया कि इस बैठक में लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों और विधानसभा चुनाव क्षेत्र में बनाए गए पार्टी प्रभारियों को भी बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव में जेबीकेएसएस ने 55 से 60 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की योजना बनाई है। इसके अलावा समान विचारधारा वाले कुछ राजनीतिक दलों के साथ सीटों के तालमेल पर भी विचार हो सकता है। अभी कई विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ने वाले 7 से 8 उम्मीदवारों की दावेदारी पेश की जा रही है। पहले चरण में सभी संभावित उम्मीदवारों पर विचार-विमर्श कर दो से तीन उम्मीदवारों की लिस्ट बनाई जाएगी। जिसके बाद केंद्रीय समिति की ओर से उस पर मुहर लगाई जाएगी।
जेबीकेएसएस का राजनीतिक दल के रूप में निबंधन जल्द
झारखंड भाषा खतियान संघर्ष समिति को राजनीतिक दल के रूप में मान्यता के मसले पर मंगलवार 23 जुलाई को चुनाव आयोग के एक बैठक भी होने वाली है। कमलेश महतो ने बताया कि चुनाव आयोग के साथ जयराम महतो की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली बैठक में राजनीतिक दल के रूप में निबंधन समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा होने की संभावना है।
जेबीकेएसएस को ‘गैस सिलेंडर’ चुनाव चिह्न मिलने की संभावना
जेबीकेएसएस का राजनीतिक दल के रूप में निबंधन के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव के पहले चुनाव चिह्न भी मिल जाने की संभावना है। लोकसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक दल के रूप में मान्यता नहीं मिलने के कारण जेबीकेएसएस के सभी उम्मीदवार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में थे। वहीं गिरिडीह सीट से चुनाव लड़ने वाले पार्टी प्रमुख जयराम महतो ने गैस सिलेंडर चुनाव चिह्न पर मैदान में उतर जेएमएम और आजसू पार्टी उम्मीदवार को कड़ी टक्कर दी। कमलेश महतो ने बताया कि पार्टी के निबंधन के दौरान चुनाव आयोग की ओर से तीन चुनाव चिह्न का विकल्प दिया जाता है, इसमें एक गैस सिलेंडर का चुनाव चिह्न भी शामिल है। गैस सिलेंडर एक सिंबल है, जो सभी अमीर और गरीबों के घर मौजूद है।