उत्तर प्रदेश : बहराइच जिले में भेड़ियों का आतंक इन दिनों लोगों के लिए बड़ी मुश्किल बन गई है. बुधवार रात राजपुर कलां गांव में भी एक भेड़िया देखा गया, जिसने स्थानीय लोगों में खौफ पैदा कर दिया. गांव वालों ने भेड़िया को देखा और उसे घेरने की कोशिश की. लोगों ने जब टॉर्च लाइट दिखाई तो भेड़िया जंगल में भाग गया. bahraich इन दिनों बहराइच जिले के लगभग 30 गांव भेड़ियों के आतंक से प्रभावित हैं. पिछले दो महीनों में भेड़ियों ने सात लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. वहीं, दर्जनों लोग घायल हो गए हैं. जिले के उत्तरी हिस्से में, खास तौर पर तराई क्षेत्रों जैसे चकिया, सुजौली, निशानगारा, मिहींपुरवा, बिछिया और बघौली के जंगलों में ये आदमखोर भेड़िये काफी सक्रिय हैं।
यहां तक कि कतर्नियाघाट क्षेत्र में भी यही हालात बना हुआ है. जिला वन विभाग के मुताबिक, अब तक तीन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है और ऐसा अनुमान है कि तीन और भेड़िये सक्रिय हैं. इन्हें पकड़ने के लिए ड्रोन और ट्रेंकुलाइजर का सहारा लिया जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि जब भेड़िये अपने स्वाभाविक शिकार नहीं कर पाते, तब वे कमजोर शिकार जैसे महिलाएं और बच्चे को अपना शिकार बनाते हैं।
चीफ फारेस्ट कंजर्वेटर रेनू सिंह ने आजतक से बातचीत में कहा, “हम पहले यह कहानी सुनते थे “भेड़िया आया, भेड़िया आया” इसलिए भेडियों के साथ इंसान की कॉन्फ्लिक्ट कोई नई बात नहीं है. ये जरूर है कि इस बार ये ज्यादा खतरनाक लेवल पर पंहुच गया है. जांच के मुताबिक पांच बच्चों को आदमखोर भेड़ियों ने मारा है, दो मामले संदिग्ध हैं, ऐसा लगता है कि भेड़ियों की यह पूरी फैमिली आदमखोर हो गई है. तीन पकड़े गए हैं और पूरी तैयारी है कि जल्द सभी पकड़े जाएंगे।