दुनिया भर में प्रसिद्ध आस्था का केंद्र तिरुपति मंदिर को लेकर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के बयान से देश में हंगामा मचा हुआ है। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पूर्व की जगन मोहन रेड्डी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि तिरुपति मंदिर के लूड्डू वाले प्रसाद में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल होती थी। उन्होंने मंदिर की शुद्धता को खंडित करने का आरोप लगाया।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा संचालित तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में मांग के अनुरूप लड्डू दिया जाता है। नायडू ने एनडीए विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए दावा किया कि यहां तक कि तिरुमाला के लड्डू भी घटिया सामग्री से बनाए गए थे। उन्होंने घी के बजाय जानवरों की चर्बी का उपयोग किया। हालांकि, उन्होंने आगे कहा कि अब शुद्ध घी का उपयोग किया जा रहा है। मंदिर में हर चीज को साफ कर दिया गया है। इससे गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है प्रसाद वाला लड्डू…..
दरअसल यह मामला तब सामने आया जब नायडू ने अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर एक एनडीए की बैठक के दौरान यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर बहुत आश्चर्य हुआ कि भगवान वेंकटेश्वर के ‘प्रसाद’ को बनाने के लिए घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा था। मंदिर ट्रस्ट हर दिन लगभग 3 लाख लड्डू बनाता है। यह ‘प्रसाद’ भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) और भगवान वेंकटेश्वर को आंध्र प्रदेश के लोगों की सबसे बड़ी धरोहर बताते हुए, नायडू ने कहा कि NDA सरकार मंदिर की पवित्रता को बहाल करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने (YSRCP सरकार) मुफ्त भोजन सेवा की गुणवत्ता खराब कर दी और घटिया सामग्री का उपयोग करके भगवान वेंकटेश्वर के लड्डू को भी नहीं छोड़ा। YSRCP सरकार के कार्यकाल के दौरान, टीडीपी ने कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) के ‘नंदिनी’ ब्रांड के घी की जगह एक निजी ठेकेदार को घी की आपूर्ति का ठेका दिया था।
नायडू के इस आरोप को YSRCP ने सिरे से खारिज कर दिया। YSRCP के वरिष्ठ नेता और टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने नायडू के आरोप को दुर्भावनापूर्ण बताया है। सुब्बा रेड्डी ने कहा कि टीडीपी चीफ राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। चंद्रबाबू नायडू ने दिव्य मंदिर तिरुमाला की पवित्रता और सैकड़ों करोड़ हिंदुओं की आस्था को नुकसान पहुंचाकर बहुत बड़ा पाप किया। सुब्बा रेड्डी ने कहा कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद पर उन्होंने बेहद खराब टिप्पणियां की हैं। मनुष्य जन्म में शैलराज जन्मा कोई भी व्यक्ति इस तरह की टिप्पणी नहीं करता और ऐसे आरोप नहीं लगाता। उनके इस आरोप से यह साबित हो गया चंद्रबाबू राजनीति के फायदे के कुछ भी कर सकते हैं।