RANCHI : झारखंड में जारी चुनावी हलचल के बीच शुक्रवार को रांची पुलिस ने सरला बिरला स्कूल यूनिवर्सिटी और उषा मार्टिन विश्वविद्यालय में छापामारी की। इससे पहले भी कई शिक्षण संस्थानों में छापामारी कर लाखों रुपये बरामद किए गए थे। इधर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रांची पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए चुनाव आयोग से शिकायत भी कर दी है।चुनाव की गतिविधियों के बीच शुक्रवार को रांची पुलिस ने रांची के सरला बिरला स्कूल, यूनिवर्सिटी और उषा मार्टिन विश्वविद्यालय में छापेमारी की। पुलिस का कहना है कि इन दोनों शिक्षण संस्थानों में भारी मात्रा में पैसे रखे जाने की जानकारी मिली थी।
इन पैसों से विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने की आशंका को देखते हुए छापेमारी की गई। हालांकि छापेमारी में पैसे बरामद नहीं हुए। इससे पहले भी पिछले पखवारे रांची के शिक्षण संस्थानों में छापेमारी कर पुलिस ने लाखों रुपये बरामद किए थे।
तब वाइबीएन यूनिवर्सिटी से पुलिस को 67 लाख रुपये मिले थे, जबकि जीडी गोयनका स्कूल से एक करोड़ 14 लाख रुपये बरामद हुए थे। दोनों जगहों पर पुलिस सुबह आठ बजे पहुंची। स्कूल और यूनिवर्सिटी से किसी को बाहर नहीं जाने दिया गया और किसी को प्रवेश करने नहीं दिया।
दोपहर तक छापेमारी की गई, इस दौरान पुलिस ने सभी क्लास रूम और आफिस में स्थित अलमारियों को खंगाला। पुलिस ने कई दस्तावेज भी खंगाले। एक रिसोर्ट और एक भाजपा नेता के घर में भी छापेमारी की सूचना मिलती रही।
हालांकि, पुलिस ने इस पर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आचार संहिता को देखते हुए सभी डीएसपी और थानेदारों को आदेश है कि चुनाव तक वह अपने-अपने क्षेत्र में पैसों के लेनदेन और आवाजाही पर विशेष नजर रखें।
आयोग से की शिकायत
सरला बिरला स्कूल और विश्वविद्यालय के संचालक प्रदीप वर्मा राज्यसभा सदस्य और प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी हैं। भाजपा ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए इसे अनावश्यक रूप से छवि खराब करने की कोशिश बताते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की है।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को चुनाव आयोग से सरला बिरला यूनिवर्सिटी एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों में हुई छापेमारी की विस्तृत जांच की मांग की है। वहीं, असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने भी कार्रवाई को लेकर हेमंत सोरेन सरकार को आड़े हाथों लिया है।
हिमंत ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी 11 नवंबर की रात रांची के सरला बिरला स्कूल गेस्ट हाउस में ठहरे थे। आज, झारखंड पुलिस ने बिना किसी ठोस कारण के इस संस्थान पर छापा मारा, जिससे सत्तारूढ़ सरकार की बढ़ती बेचैनी स्पष्ट होती है।
मैं सभी सरकारी अधिकारियों से अपील करता हूं कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन कानून के दायरे में रहकर करें। कानून का पालन सर्वोपरि है; अनावश्यक दबाव में न आएं और राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए अपनी ईमानदारी और निष्पक्षता से समझौता न करें।
तीन नवंबर को ही भाजपा ने जताई थी आशंका
भाजपा विधि प्रकोष्ठ के संयोजक सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि तीन नवंबर को ही भाजपा ने मुख्य चुनाव पदाधिकारी के रवि कुमार से मिलकर आशंका का जताई थी की चुनाव के दौरान सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन मिलकर स्कूलों में रेड कर सकती है।
इतना ही नहीं भाजपा नेताओं का हत्या भी करवा सकती है। चुनाव घोषणा के बाद से कई शैक्षणिक संस्थाओं में सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन रेड कर चुकी है। श्रीवास्तव ने बताया कि जिस तरह स्कूल परिसर को टार्गेट किया जा रहा है।
उससे न सिर्फ स्कूल का नाम खराब हो रहा है बल्कि बच्चों एवं गार्जियन की परेशानी भी बढ़ी है। रांची जिला प्रशासन पूरी तरीके से सरकार के आदेश पर सरकार में शामिल पार्टियों के कार्यकर्ता की तरह काम कर रही है।