नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुकांत मजूमदार शनिवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित अष्टलक्ष्मी महोत्सव फैशन शो में मॉडल के रूप में उतरे और रैंप वॉक किया. नॉर्थईस्ट फैशन को प्रमोट करने के लिए सिंधिया और मजूमदार ने नॉर्थईस्ट स्टाइल जैकेट पहनकर रैंप पर वॉक किया।
#WATCH | Delhi | Union Minister Jyotiraditya Scindia, along with MoS Sukanta Majumdar walked the ramp at the Ashtalakshmi Mahotsav fashion show, at Bharat Mandapam.
— ANI (@ANI) December 7, 2024
(Source: Office of Jyotiraditya Scindia) pic.twitter.com/xO7F4o51d2
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने X पर एक पोस्ट में कहा, ‘वास्तव में संस्कृति और रचनात्मकता का उत्सव! पूर्वोत्तर भारत की जीवंत शैलियों को प्रदर्शित करने वाले फैशन शो में अद्भुत समय बिताया! प्रत्येक राज्य का प्रतिभाशाली कलाकारों और मॉडलों द्वारा खूबसूरती से प्रतिनिधित्व किया गया. मेरे सहयोगी सुकांता मजूमदार के साथ इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।
केंद्रीय संचार और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘अष्टलक्ष्मी महोत्सव भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र के वाइब्रेंट टेक्सटाइल इंडस्ट्री, आर्ट एंड क्राफ्ट और जियोग्राफिकल इंडिकेशन (GI) टैगिंग वाले उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक शानदार मंच प्रदान करेगा.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत मंडपम में तीन दिवसीय अष्टलक्ष्मी महोत्सव का उद्घाटन किया था. इस महोत्सव का उद्देश्य पूर्वोत्तर भारत की संस्कृति, जीवंतता, पारंपरिक कला, शिल्प और प्रथाओं का जश्न मनाना और इन्हें दुनिया के सामने लाने के लिए कए मंच प्रदान करना है. पीएम मोदी ने इस महोत्सव के उद्घाटन के दौरान अपने संबोधन में कहा कि पिछले दशक में, हमने पूर्वोत्तर के विकास की एक अद्भुत यात्रा देखी है लेकिन यह आसान नहीं था. हमने पूर्वोत्तर राज्यों को भारत की विकास गाथा से जोड़ने के लिए हर संभव कदम उठाए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनका मानना है कि आने वाला समय पूर्वी भारत और पूर्वोत्तर का है. उन्होंने कहा कि मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई और बेंगलुरु की तरह, उत्तर पूर्वी भारतीय राज्यों के गुवाहाटी, शिलांग, इंफाल, ईटानगर और आइजोल जैसे शहर विकास के नए प्रतीक होंगे. पीएम ने कहा कि अपनी जीवंत संस्कृति और मेहनती लोगों के साथ, पूर्वोत्तर में भारत के विकास को गति देने की अपार संभावनाएं हैं. पहली बार अष्टलक्ष्मी महोत्सव 6 से 8 दिसंबर तक नई दिल्ली में मनाया जा रहा है. इस उत्सव का उद्देश्य पूर्वोत्तर के आठ राज्यों- असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा और सिक्किम की सुंदरता और विविधता को प्रदर्शित करना है. पीएम मोदी ने इन राज्यों को ‘अष्टलक्ष्मी’ नाम दिया है. इस आयोजन में पारंपरिक हस्तशिल्प, हथकरघा, कृषि उत्पाद और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम और अन्य चीजें शामिल हैं।