मानगो नगर निगम का गठन 2017 में और कचड़ा उठाने का टेंडर 2017 में हुआ था
जमशेदपुर : पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने मानगो नगर निगम गठन और कचड़ा उठाने का टेंडर के बारे में खुलासा करते हुए विधायक सरयू राय की झूठ का पर्दाफाश कर दिया हैं, उन्होंने प्रेस वक्तव्य जारी करते हुए सरयू राय को झूठ का सौदागर कहा हैं, उन्होंने कहा कि सरयू राय की दुकानदारी झूठ पर निर्भर हैं, वो सुबह से शाम तक सिर्फ झूठ बोलते हैं, झूठ बोलकर चुनाव जीतने वाले सरयू राय अब अपनी नाकामी को छुपाने के लिए अपने कुकर्मो का आरोप मुझपर लगा रहें हैं जो हास्यास्पद हैं!
पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने नगर विकास विभाग का 17 अगस्त 2017 का संकल्प पत्र जारी करते हुए सरयू राय से सवाल पूछा हैं कि 2017 में विधायक कौन था?उस समय किसकी सरकार थी और मंत्रीपरिषद में कौन शामिल था?
उन्होंने पूछा कि 22 अगस्त 2017 में विधायक कौन था मंत्री कौन था?और जो साफ सफाई हेतु जो टेंडर हुआ था किसके इशारे पर हुआ था? जिन ठेकेदारों को काम मिला वे कौन थे?
बन्ना गुप्ता ने आगे कहा कि सच तो ये हैं कि सरयू राय जी पर उम्र भारी पड़ने लगा हैं, यादाश्त उनकी कमजोर होने लगी हैं इसलिए वे या तो भूल जा रहें हैं या भूलने का नाटक कर रहें हैं,सच तो ये हैं कि सोनारी मरीन ड्राइव में कचड़ा डंपिंग कार्य उनके इशारों पर उनके पसंदीदा ठेकेदारों द्वारा किया जा रहा हैं वो भी 2017 से, लेकिन अपने पाप को वो छुपा रहें हैं लेकिन विधायक जी पाप और झूठ छुपता नहीं हैं, सामने आ ही जाता हैं सच!
बन्ना गुप्ता ने सरयू राय पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं मरीन ड्राइव के कचड़े का निष्पादन करने के लिए कई वैकल्पिक व्यवस्था पर कार्य कर रहा था, वहां पार्क बनाने की योजना प्रस्तावित थी, मानगो नगर निगम में सफाई हेतु कई उपकरण और गाड़ी मेरे कार्यकाल में आई, लेकिन सरयू राय ने मानगो की जनता को कचड़ा के ढेर में धकेलने का कार्य किया हैं, बिना सोचे समझें और वैकल्पिक व्यवस्था कर एनजीटी को पत्र लिखकर एक तरफ डंपिंग बंद करवा दिया जिससे मानगो की जनता को कूड़ा और गंदगी में रहना पड़ रहा हैं।
दूसरी तरफ सोनारी की जनता को भी बदबू और कूड़े का भंडार का सामना करना पड़ रहा हैं, मुझे डर हैं कि सरयू राय की इस बचकानी हरकत के कारण जमशेदपुर में बीमारी और महामारी ना फैल जाए, इसको लेकर वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी से बात कर समस्या का निराकरण करने का प्रयास करेंगे!