जमशेदपुर : झारखंड के जमशेदपुर में पुलिस ने नशे के कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए 25 लाख रुपये से अधिक की प्रतिबंधित दवाइयां बरामद की हैं। यह कार्रवाई उलीडीह ओपी क्षेत्र स्थित एक दवा दुकान पर गुप्त सूचना के आधार पर की गई। पुलिस ने दुकान संचालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें संचालक राजकुमार गुप्ता, उमेश कुमार गुप्ता और चालक सोनू पांडेय शामिल हैं। सोमवार को एसएसपी किशोर कौशल ने इस मामले का खुलासा किया।
एसएसपी ने जानकारी दी कि डिमना रोड स्थित मां वैभव लक्ष्मी मेडिकल स्टोर से नशे का यह अवैध कारोबार चल रहा था। दवाइयों को छिपाने के लिए दवा दुकानदार ने एक ऑटो पार्ट्स की दुकान के पीछे और अपने घर में गोदाम बना रखा था। छापेमारी के दौरान इन गोदामों से 25,10,049 रुपये मूल्य की प्रतिबंधित दवाइयों की खेप बरामद की गई।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि दवाइयां कोलकाता से मंगाई जाती थीं। मेडिकल स्टोर का लाइसेंस राजकुमार गुप्ता के नाम पर था, लेकिन इसका संचालन उमेश कुमार गुप्ता कर रहा था। पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि दुकान में क्षमता से अधिक मात्रा में दवाइयों का स्टॉक किया गया था।
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि प्रतिबंधित दवाइयों की कीमत बाजार में 10-15 रुपये होती है, लेकिन इन्हें 30-40 रुपये में बेचा जा रहा था। इन दवाइयों का इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता था और दुकानदार ग्राहकों को होम डिलीवरी की सुविधा भी प्रदान करता था। उमेश गुप्ता पूर्व में भी इसी तरह के मामलों में जेल जा चुका है।
एसएसपी ने कहा कि यह कारोबार क्षेत्र में चोरी और अन्य अपराधों को बढ़ावा दे रहा था। दवा दुकानदार इन प्रतिबंधित दवाइयों को स्थानीय नशेड़ियों तक आसानी से पहुंचा रहा था। जांच में यह भी पाया गया कि ग्राहकों की संख्या बढ़ाने के लिए दवाइयों की होम डिलीवरी की जा रही थी।
पुलिस ने जब्त की गई दवाइयों को सील कर दिया है और मेडिकल स्टोर का लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा की गई है। एसएसपी ने बताया कि इस तरह के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।