लोकतंत्र सवेरा : टेल्को थाना क्षेत्र अंतर्गत जेम्को महानंद बस्ती के आस्तिक प्रमाणिक के जुड़वा बच्चे ब्लड कैंसर से पीड़ित है. पूरा परिवार दोनों बच्चों के इलाज में अस्त-व्यस्त है. बच्चों के माता-पिता की आंखें दरवाजे पर लगी रहती है कि शायद कोई आ जाये और मदद के साथ ऐसी दुआ दे जाये कि उसके कलेजे के टुकड़े फिर से खिलखिला उठे।
हर आहट पर उस बच्चे के माता- पिता को एक तारणहार का अहसास होता है, पर नजर उठाते ही शून्य से सामना होता है और फिर निराश हो जाते हैं. इस परिवार के लिए शहर के हर हाथ उठनी चाहिए, दुआकर बच्चों को बचाना है’ अभियान शुरू होना ही चाहिए. बच्चे के पिता आस्तिक प्रमाणिक इलेक्ट्रिक मिस्त्री का काम करते हैं, जबकि मां आशा गृहिणी हैं।
पिता का कहना है कि नौ वर्षीय आयुष और आदित्य जुड़वा हैं. शायद इसलिए दोनों बेटे ब्लड कैंसर की बीमारी से एक साथ।जूझ रहे हैं. दोनों बच्चों का इलाज सीएमसी वेल्लोर में चल रहा है, लेकिन इलाज महंगा है और उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने से इलाज ठीक से नहीं हो पा रहा है।
सूचना मिलते ही समाजसेवी करनदीप सिंह…
सूचना मिलते ही समाजसेवी करनदीप सिंह परिजन से जानकारी लेने घर पहुंचे, तो परिजन ने बताया की पिछले दोनों ही आस्तिक प्रमाणिक अपने दोनों पुत्र का इलाज सीएमसी वेल्लोर में करा रहे हैं। साथ ही परिजन ने बताया की आस्तिक प्रमाणिक एक मजदूर है उनका कहना है की मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत इलाज करवाने की मांग की है।
वहीं समाजसेवी करनदीप सिंह को आस्तिक प्रमाणिक की मां आशा लोटा प्रमाणिक ने जानकारी दी है। साथ ही करनदीप सिंह ने डीसी को ट्वीट कर मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत इलाज करवाने की मांग की है। आशा है कि इस विषय में जल्द संज्ञान लिया जाएगा।