जमशेदपुर : गोलमुरी थाना क्षेत्र के गाढ़ाबासा इलाके में महीनों से गंदगी और दुर्गंध का आलम है। यहां लोगों के घरों से निकलने वाला सेप्टिक टैंकों का गंदा पानी बीच सड़क पर बह रहा है, जिससे राहगीरों और स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही कचरे का अंबार भी सड़क पर लगा हुआ है, जिससे हालात और बिगड़ते जा रहे हैं।
मंदिर और स्कूल के पास बढ़ी समस्या……
स्थिति की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि यह इलाका धार्मिक और शैक्षणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। महज 10 कदम की दूरी पर स्थित शीतला माता का मंदिर और 20 कदम पर स्थित स्कूल गंदगी और दुर्गंध से बुरी तरह प्रभावित हैं। मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए आने वाले भक्त और स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं को इस समस्या के कारण भारी असुविधा झेलनी पड़ रही है।
दुर्गंध और बीमारियों का खतरा…..
गंदे पानी और कचरे के कारण स्थानीय लोगों का जीना दूभर हो गया है। इस क्षेत्र में लगातार फैली दुर्गंध से लोग परेशान हैं। वहीं, गंदगी के चलते मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है, जिससे डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि समस्या की अनदेखी की जा रही है. इससे संबंधित विभाग या अधिकारी इस पर जरा सा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे आस पड़ोस के लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
शिकायत के बाद भी नहीं हुआ समस्या का उचित समाधान….
स्थानीय निवासियों ने कई बार इस समस्या को लेकर संबंधित विभागों से शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला। लोग खुद ही साफ-सफाई करने को मजबूर हो रहे हैं, लेकिन यह अस्थायी उपाय है. लोग संबंधित विभाग से तत्काल इस समस्या को सुलझाने की मांग कर रहे हैं।
कौन है जिम्मेदार…..?
यह सवाल अब स्थानीय निवासियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है कि इस गंदगी के लिए कौन जिम्मेदार है। कुछ लोगों का मानना है कि स्थानीय निकाय की उदासीनता और खराब जल निकासी व्यवस्था इसके लिए जिम्मेदार है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि इलाके में सफाईकर्मियों की कमी और कचरा प्रबंधन में लापरवाही से हालात बिगड़े हैं।
अपील……
स्थानीय लोग नगर निगम से अपील कर रहे हैं कि गंदे पानी की निकासी और कचरे के प्रबंधन के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, मंदिर और स्कूल के आसपास स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाने की मांग की जा रही है. यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया, तो यहां के निवासियों के लिए गंदगी और बीमारियों से बच पाना मुश्किल हो जाएगा। यह समय है कि संबंधित विभाग तुरंत कार्रवाई करें और इस समस्या को खत्म कर लोगों को राहत दें।