जमशेदपुर : बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के नार्दर्न टाउन में बागमती रोड पर बदमाशों ने 19 जनवरी की रात कारोबारी रमेश कांवटिया के घर डकैती डाली थी। पुलिस ने डकैती की इस घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में मानगो के मुस्तफा खेती इलाके के रहने वाले मेराज खान, चाईबासा के सिंह टेकेरो हातू ऊपर टोला के रहने वाले सावन देवगम, बिष्टुपुर के सी रोड पांच नंबर बंगला के रहने वाले सोनू बाग, सीतारामडेरा के न्यू बाराद्वारी के रहने वाले किशन बाग और सीताराम डेरा न्यू बाराद्वारी के रहने वाले राजा महानंद को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने लूटे गए 25 ग्राम सोने की चेन, घटना में प्रयुक्त चाकू जैसा हथियार और ऑटो बरामद की है।
दो बदमाश की तलाश में चल रही छापामारी……
एसएसपी किशोर कौशल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस घटना को सात बदमाशों ने अंजाम दिया था। इसमें से पांच बदमाश पकड़ लिए गए हैं। दो बदमाशों की तलाश में छापामारी चल रही है। एसएसपी ने बताया कि लूट का सारा माल अभी बरामद नहीं हुआ है। फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद सारा माल बरामद हो जाएगा। एसएसपी ने बताया कि सीसीआर डीएसपी मनोज कुमार ठाकुर के नेतृत्व में घटना का खुलासा करने के लिए एक एसआईटी गठित की गई थी। इसी टीम ने सभी को पकड़ा है।
मेड के बेटे ने तैयार किया था डकैती का प्लान……
एसएसपी ने बताया कि घटना का मास्टरमाइंड सोनू बाग था। सोनू बाग ने ही डकैती की इस घटना का प्लान तैयार किया था। सोनू बाग की मां रमेश कंवटिया के घर पर मेड थी। घटना को अंजाम देने से कुछ दिन पहले ही उसने काम छोड़ दिया था। बताते हैं कि सोनू बाग अपनी मां को काम पर छोड़ने जाया करता था। वहीं से उसने रमेश कंवटिया के घर की पूरी जानकारी हासिल की थी। सोनू बाग ने इस घटना में आटो ड्राइवर मेराज को भी शामिल किया। सभी बदमाश मेराज के आटो से ही डकैती डालने पहुंचे थे। सोनू बाग ही रमेश केंवटिया की पत्नी को दबोच कर उससे लॉकर की चाबी मांग रहा था। एसएसपी ने बताया कि मेड ने घटना से कुछ दिन पहले ही रमेश के घर काम करना छोड़ दिया था। उन्होंने बताया कि इस घटना में मेड का कोई हाथ नहीं है।