बागबेड़ा का अमन मिश्रा ने किया था वीडियो वायरल, हत्या मामले का है आरोपी, अभी है जमानत पर.
जमशेदपुर : कदमा में भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में शनिवार को राजू सिंह के अवैध दुकान को जिला प्रशासन की ओर से जमींदोज करने की कवायद की जा रही है. इस दौरान क्यूआरटी के साथ-साथ महिला फोर्स को भी तैनात कर दिया गया है. हालाकि मौके पर भारी विरोध के कारण पुलिस बल को थोड़ी परेशानी जरूर हो रही है. विरोध करने वाले लोग वरीय अधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे हैं. बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के बेली बोधनवाला गैराज के पास गणेश पूजा विर्सजन के दौरान हुई मारपीट के बाद मामले में आरोपी राजकुमार सिंह और राजू सिंह ने वीडियो वायरल कर पुलिस को चुनाती दी थी.
एक दिन पहले राजकुमार का वाशिंग सेंटर हुआ था ध्वस्त…
मामले का आरोपी कदमा के राजकुमार सिंह का वाशिंग सेंटर शुक्रवार को ध्वस्त किया गया था. राजू सिंह की अवैध रूप से बनी दुकान को पुलिस प्रशासन की ओर शुक्रवार को ही ध्वस्त करने की योजना थी, लेकिन अंधेरा ज्यादा होने के कारण उसे छोड़ दिया गया था. मारपीट की घटना में दोनों आरोपी अबतक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
बागबेड़ा के अमन मिश्रा के घर छापा…
वीडियो वायरल करने वाला बागबेड़ा का अमन मिश्रा है. उसपर निरंजन सिंह की हत्या करने का आरोप है. हाल ही में अमन जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आया है. वीडियो देखने के बाद पुलिस टीम ने अमन मिश्रा के घर पर छापेमारी करने गयी थी, लेकिन वह फरार हो गया है. अमन ने निरंजन सिंह की गोली मारकर पांच साल पहले साकची में हत्या कर दी थी. घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी थी. सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से ही पुलिस ने मामले का पटाक्षेप किया था.
एसएसपी के आदेश पर हुआ कार्रवाई
यह पूरी कार्रवाई एसएसपी प्रभात कुमार के आदेश पर जिला प्रशासन और टाटा स्टील के सहयोग से चलाने का काम किया गया है. इसके पहले भी एसएसपी के आदेश पर गोलमुरी के एग्रिको में रहने वाले सलमान खान की अवैध दुकान को जमींदोज करने का काम किया गया था. इस तरह की पहल जमशेदपुर में पहली बार की जा रही है. नये प्रयास की सराहना भी लोग कर रहे हैं.
जानिए कौन है अमन मिश्रा…
अमन मिश्रा की बात करें तो वह बागबेड़ा रोड नंबर 4 का रहने वाला है. उसके पिता पत्रकार हैं. पांच साल पहले अमन मिश्रा तब सुर्खियों में आया था तब वह निरंजन सिंह की हत्या के मामले में गिरफ्तार हुआ था. उसकी गिरफ्तारी पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद ही पुलिस ने की थी, लेकिन गिरफ्तारी के बाद उसे छोड़ देने का भारी दबाव वरीय पुलिस अधिकारियों था. अंततः फुटेज से साफ हुआ कि अमन मिश्रा ने ही जुगसलाई के रहने वाले निरंजन सिंह की हत्या गोली मारकर की थी. इसके बाद उसे जेल भेजा गया था.