लोकतंत्र सवेरा : पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक करने की सनसनीखेज घटना ने सुरक्षा बलों और सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती पैदा कर दी है। बीएलए ने 214 पाकिस्तानी नागरिकों को बंधक बना लिया है, जिसमें सेना के जवान, अर्धसैनिक बल, पुलिस और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी शामिल हैं। इसके साथ ही, बीएलए ने पाकिस्तान सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है, नहीं तो वे पूरी ट्रेन को उड़ा देने की धमकी दे रहे हैं।
बीएलए की मांगें और अल्टीमेटम…
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान सरकार से अपनी प्रमुख मांगें रखते हुए कहा कि पाकिस्तान की जेलों में बंद उनके राजनीतिक बंदियों और कार्यकर्ताओं को 48 घंटे के भीतर रिहा किया जाए। बीएलए ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी यह मांगें पूरी नहीं की जातीं तो वे ट्रेन को पूरी तरह से उड़ा देंगे।
155 बंधकों को बचाया गया, 100 अभी भी क़ैद..
पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उन्होंने बीएलए के कब्जे से 155 बंधकों को सुरक्षित बचा लिया है। हालांकि, करीब 100 लोग अभी भी आतंकियों के कब्जे में हैं। इसके अलावा, इस मुठभेड़ में बीएलए के 16 विद्रोही भी मारे गए हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस ऑपरेशन की तारीफ करते हुए कहा कि उनके सैनिक दुर्गम इलाके में भी बंधकों को छुड़ाने में पूरी बहादुरी से जुटे हुए हैं। 16 आतंकवादियों को मार गिराया। सुरक्षा अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पाकिस्तान सरकार और बीएलए के बीच तनाव…
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान सरकार के खिलाफ कई बार आवाज उठाई है। उनका मानना है कि बलूचिस्तान एक स्वतंत्र प्रांत होना चाहिए और वहां से पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों का हस्तक्षेप खत्म किया जाए। इसके साथ ही, बीएलए का यह भी आरोप है कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) परियोजनाओं के कारण बलूचिस्तान के खनिज संसाधनों का शोषण हो रहा है और वहां के लोग विस्थापित हो रहे हैं। इस वजह से बलूच लोगों ने इन परियोजनाओं को बंद करने की लगातार मांग की है।
बीएलए का धमकी भरा बयान…
बीएलए ने पाकिस्तान सेना को चेतावनी दी है कि अगर ड्रोन हमले और गोलाबारी जारी रही, तो वे हर घंटे 10 बंधकों को मार देंगे। बीएलए के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान की सेना ने गैर जिम्मेदाराना तरीके से ड्रोन हमले शुरू किए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है। बीएलए ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर पाकिस्तानी सेना ने उनकी मांगों को नजरअंदाज किया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
ट्रेन हाईजैक की घटना…
यह घटना मंगलवार सुबह की है, जब जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पाकिस्तान के क्वेटा से पेशावर के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन को दोपहर 1:30 बजे सिब्बी पहुंचना था, लेकिन बोलान के माशफाक टनल में हमला हुआ। यह इलाका पहाड़ी और दुर्गम था, जहां 17 सुरंगें थीं। ट्रेन की गति धीमी होने का फायदा उठाते हुए बीएलए ने माशफाक के टनल नंबर-8 को उड़ा दिया, जिससे ट्रेन बेपटरी हो गई और वह बीएलए के कब्जे में चली गई। बीएलए ने इस हमले को पूरी तरह से योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया।
बीएलए की रणनीति….
बीएलए ने अपने सबसे घातक लड़ाकों मजीद ब्रिगेड और फतेह को इस हमले के लिए तैनात किया था। यह हमला पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था और सरकार के लिए एक कड़ा संदेश था। बीएलए का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा उनकी मांगों को अनदेखा करने की स्थिति में, वे और भी आक्रामक हो सकते हैं और बंधकों की जान खतरे में डाल सकते हैं।
पाकिस्तान सरकार की स्थिति…
पाकिस्तानी सेना द्वारा बंधकों को सुरक्षित छुड़ाने के लिए ऑपरेशन जारी है और सरकार ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा कि पाकिस्तानी सैनिक अपनी जान की परवाह किए बिना बंधकों को बचाने के लिए जुटे हुए हैं। हालांकि, बीएलए की बढ़ती गतिविधियां पाकिस्तान के लिए एक बड़ा सुरक्षा संकट बन गई हैं।