लातेहार : झारखंड के लातेहार जिले में बुधवार को वज्रपात की दर्दनाक घटना सामने आई है। मनिका थाना क्षेत्र के विशुनबांध पंचायत स्थित ब्यांग गांव में वज्रपात की चपेट में आने से 28 मवेशियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। यह घटना बारिश के दौरान हुई जब मवेशी पेड़ के नीचे खड़े थे। इस हादसे से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
LATEHAR LIGHTNING STRIKE KILLS 28 CATTLE : वज्रपात से 28 मवेशियों की मौत
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बुधवार को दोपहर बारिश के दौरान खेतों में चर रहे मवेशी बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए। इसी दौरान वज्रपात हुई, जिससे मौके पर ही 28 मवेशियों की मौत हो गई।
मृत पशुओं में निम्न पशुपालकों के पशु शामिल हैं……
दामोदर यादव – 9 पशु
मनोज यादव – 3 पशु
दिलेश्वर यादव – 2 पशु
गंगेश्वर यादव – 3 पशु
देवन यादव – 2 पशु
छतन यादव – 2 पशु
कमलेश यादव – 2 पशु
अर्जुन यादव – 2 पशु
महेश्वर यादव – 1 पशु
बिनेशर यादव – 2 पशु
चरवाहे ने दी सूचना, बिजली गिरने से मवेशियों की तत्काल मौत……
घटना की जानकारी चरवाहे ने तत्काल ग्रामीणों और पशु मालिकों को दी। चरवाहे के अनुसार, वज्रपात इतना भीषण था कि एक ही झटके में सभी मवेशियों की मौत हो गई। पेड़ के नीचे खड़े जानवरों को कोई बचाव का मौका नहीं मिला। वहीं, पास के अन्य पेड़ के नीचे खड़े कुछ पशु आवाज से डरकर भाग निकले और बच गए।
थाना प्रभारी ने की पुष्टि, प्रशासन अलर्ट पर
घटना की सूचना मिलने के बाद मनिका थाना प्रभारी शशि कुमार ने गांव पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से पूरी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पुष्टि की कि कुल 28 मवेशियों की मौत हुई है।
मवेशियों की मौत पर मिलेगा मुआवजा……
लातेहार के अपर समाहर्ता रामा रविदास ने कहा कि वज्रपात की घटना में मृत पशुओं के लिए आपदा प्रबंधन विभाग से मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए पशु मालिकों को निम्न प्रक्रिया अपनानी होगी:
प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी से पोस्टमार्टम कराना अनिवार्य है।
अंचल कार्यालय में मुआवजा के लिए आवेदन देना होगा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ आवेदन पर प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
अलग-अलग पशुओं के लिए विभिन्न मुआवजा राशि निर्धारित है।
सरकार की अपील – Lightning Safety Awareness जरूरी…..
यह घटना एक बार फिर वज्रपात की गंभीरता को दर्शाती है। मौसम विभाग लगातार वज्रपात के खतरे को लेकर अलर्ट जारी कर रहा है। ऐसे में प्रशासन ने किसानों और ग्रामीणों से अपील की है कि बारिश और गर्जना के दौरान खुले स्थानों और पेड़ों के नीचे न रहें। ‘दामिनी एप’ के माध्यम से भी लोग वज्रपात की पूर्व सूचना प्राप्त कर सकते हैं।
