पौड़ी : देवप्रयाग-पौड़ी मोटर मार्ग पर गुरुवार सुबह एक हृदयविदारक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक कार अनियंत्रित होकर 50 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। इस भीषण हादसे में कार सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई, जबकि मौके पर पहुंचे स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस टीम ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। यह दर्दनाक दुर्घटना पयाल गांव की सीमा में हुई, जो कि देवप्रयाग थाना क्षेत्र में आता है। हादसे में जिस वाहन का इस्तेमाल हुआ वह एक स्विफ्ट डिजायर (UK14 TA 1585) कार थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से फिसलते हुए लगभग 50 मीटर नीचे गहरी खाई में जा गिरा। हादसे की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़े और तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी।
मृतकों की पहचान…….
पुलिस और ग्रामीणों द्वारा शुरू किए गए रेस्क्यू अभियान में दोनों मृतकों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मृतकों की पहचान राजेंद्र सिंह (65 वर्ष), निवासी पयाल गांव और यशपाल रावत, निवासी देवप्रयाग के रूप में की गई है। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना देवप्रयाग पुलिस के अनुसार, दुर्घटना के सही कारणों की जांच की जा रही है। हालांकि, प्रारंभिक जानकारी और दृश्य निरीक्षण से यह प्रतीत होता है कि चालक ने किसी मोड़ पर वाहन से नियंत्रण खो दिया, जिससे यह हादसा हुआ। पहाड़ी इलाकों में आए दिन ऐसे हादसे सामने आते रहते हैं, जिनका मुख्य कारण तीव्र मोड़, ढलान, खराब सड़कें और लापरवाही से वाहन चलाना होता है।
स्थानीय प्रशासन सतर्क…..
हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे पर्वतीय मार्गों पर वाहन चलाते समय सतर्कता बरतें, विशेष रूप से बरसात के मौसम में या फिसलन वाले मार्गों पर। साथ ही यह भी कहा गया है कि नियमित वाहन जांच और सावधानीपूर्ण ड्राइविंग से ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
परिजनों में कोहराम, क्षेत्र में शोक का माहौल…..
हादसे की खबर जैसे ही मृतकों के परिजनों तक पहुंची, घरों में कोहराम मच गया। गांव में शोक का माहौल है और मृतकों के अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी शोक व्यक्त किया है और प्रशासन से पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। इस दुर्घटना के बाद क्षेत्रीय जनता ने उत्तराखंड सरकार से पीड़ित परिवारों को शीघ्र मुआवजा देने की मांग की है। लोगों का कहना है कि पहाड़ी मार्गों पर सुरक्षा इंतज़ामों को और बेहतर किया जाना चाहिए ताकि इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
