जमशेदपुर : माइकल जॉन प्रेक्षागृह में जिलास्तरीय प्रतिभा सम्मान समारोह के समापन के छात्रों ने शिक्षा मंत्री को ज्ञापन देने के लिए 10 बजे से ही जूट गए थे 4 घंटा तक कार्यक्रम खत्म होने के बाद छात्राएं अपनी समस्या रखने के लिए शिक्षा मंत्री से मिलने आगे बढ़ी लेकिन जब शिक्षा मंत्री छात्रों की बात को हल्के में लेकर अपनी गाड़ी की ओर बढ़े तो छात्राएं आक्रोशित हो और उनको रोक दिया और मांग पत्र देकर कहा :-
- छात्रा – 6 महीने का सत्र बाकी है ,कृपया हमारे भविष्य को देखते हुए , हमें दूसरी जगह स्थानांतरण न किया जाए
- शिक्षा मंत्री – तुमलोग चिंता मत करो हमलोग सब कर दिए है सब अच्छा होगा…
- छात्रा – सर हमलोगों का समायोजन से शैक्षणिक और सर्टिफिकेट इत्यादि से जुड़े बहुत परेशानी होगी ,आप बात ही सुन रहे है हमलोगों का…
- शिक्षा मंत्री – तुम चिंता मत करो राज्य सरकार सब ठीक कर देगा।
- छात्रा – राजभवन से राज्य सरकार वार्ता करे और हमे 6 महीने का एक्सटेंशन दिलवाए , उसके बाद हमलोग खुद कॉलेज से निकल जाएंगे , 45 दिन से पढ़ाई बंद है हमारा रिजल्ट कौन देखेगा , शिक्षा मंत्री होने के नाते आपकी जिम्मेदारी है हमे होने वाली समस्या को सुने और समाधान निकाले
- शिक्षा मंत्री – सब व्यवस्था हो गया है किसी को दिक्कत नहीं होने देंगे …
इसी बीच माननीय मंत्री जी के बॉडीगार्ड के द्वारा लड़कियों को धक्का दिया गया और फिर मामला और बढ़ गया लड़कियों ने धक्का देने का विरोध किया और कहा कि ये हमारे भी मंत्री है इनसे मिलने ओर अपनी समस्या को रखने का अधिकार हमे भी है।युवा जदयू नेता हेमंत पाठक ने कहा कि सरकार तानाशाह हो गई है , बिना छात्रों को विश्वास में लिए छात्रों के लिए लिए निर्णय से छात्र असंतुष्ट है , 12 वीं के छात्रों का मात्र 6 महीने बाकी है और सेलेब्स का 70 % पढ़ाई बाकी , पिछले 45 दिन से पढ़ाई बाधित है राज्य सरकार और राजभवन दोनों मिलकर 50 हजार छात्रों के प्रति सहानुभूति रखते हुए 6 महीने के लिए सभी छात्रों को उन्हीं के कॉलेज में रहने दिया जाए।
इस दौरान जिला के डीईओ मनोज कुमार छात्रों पर टिप्पणी किया कि छात्र नेता इनलोगो को बहका के यहां लेकर आए है और कार्यक्रम खराब कर रहे है , इस विषय पर मै बता देना चाहता हूं कि डीईओ के भी छात्रों के प्रति कोई कर्त्तव्य होता है सिर्फ सरकार को जी हुजूरी से बाहर निकले , और हा में हा मिलाने की आदत से बाज आए डीईओ महोदय, क्या छात्रों ने आपके कार्यक्रम में कोई व्यवधान उत्पन्न किया था क्या छात्र आधा भीगे भागे 4 घंटा कार्यक्रम खत्म होने का इंतजार किया है कार्यक्रम खत्म होने के बाद भी क्या लोकतंत्र में हमें अपनी बात ओर अपनी मांग रखने का अधिकार नहीं है क्या ? माननीय शिक्षा मंत्री 48 घंटे में राजभवन से समन्वय बनकर 50 छात्रों के जीवन में आ भूचाल को दूर करे , नहीं तो अब आंदोलन उग्र होगा*।
इस दौरान – हेमंत पाठक, साहेब बागती, जगदीप सिंह, पम्मी कुमारी, कनक महतो, मुस्कान कुमारी, सना अख्तर, खुशी शर्मा, रीमा सैंडी, राधिका कुमारी, संजना महानंद, प्रिया कुमारी, मोहित कुमार, धीरज कुमार, प्रिंस कुमार एवं सैकड़ों छात्र उपस्थित थे।
