जमशेदपुर : भुइयांडीह क्षेत्र के भुइयांनगर, इंद्रानगर, निर्मलनगर, कल्याणनगर में JNAC और टाटा कंपनी एवं जिला प्रशासन के मौजूदगी में गरीबों का आशियाना और उनके खाने कमाने के जरिए को नेस्तनाबूत कर दिया , कोर्ट के फैसले का हम सम्मान करते है , परंतु लोगों को अपना सामान हटाने एवं अतिक्रमित स्थान खाली करने के लिए नोटिस एवं अलाउंसमेंट करवाना आवश्यक था । साकची , सीतारामडेरा , काशीडीह , एग्रिको , जैसे क्षेत्रों में सरकारी जमीन का अतिक्रमण JNAC के पदाधिकारी को नहीं दिखता है , कभी बस्ती में पानी काटने और कभी घर उजाड़ने के लिए तत्पर रहते है।

रोड साइड बनाए गए टीनानुमा दुकान मालिकों को नहीं मिला कोई प्रारम्भिक सूचना जिसके कारण , गैरेज में रखी गाड़ियां, होटल का राशन , मशीन इत्यादि को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया , रोज खाने कमाने वाले लोग अब कर्ज में डूब गए है, एक तरफ स्वरोजगार और स्वावलंबी बनने के लिए सरकार सहयोग राशि दे रही है और जो पहले से आत्मनिर्भर है उनका भविष्य खराब कर रही है।
युवा जदयू के नेता हेमंत पाठक ने कहा कि क्षेत्र के विकास में कोई बाधक नहीं है लेकिन ,,पूर्व में सूचना देना शासन प्रशासन ,JNAC सभी का दायित्व था, लोग सहायता के स्थानीय विधायक महोदया , उनके प्रतिनिधि को कॉल कर रहे थे लेकिन बहुत ज्यादा व्यस्तता के कारण किसी ने कॉल नहीं उठाया, इस कड़कती ठंड में लोग रोड में सोने को मजबूर है । मुझे तो ऐसा लगता है ये लोग जनता के प्रतिनिधि नहीं कंपनी और सरकार के ही प्रतिनिधि है।



