जमशेदपुर : अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के महिला आयाम के तहत आज तुलसी भवन के प्रयाग कक्ष में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । इस गोष्ठी में सौंदर्य प्रसाधनों के लुभावने और भ्रामक विज्ञापन से सावधानी बरतने के विषय पर विचार विमर्श किया गया।
कार्यक्रम का आरंभ पूर्वी सिंहभूम जिला की प्रचार प्रकोष्ठ की सदस्या डॉली परिहार द्वारा ग्राहक गीत और संगठन मंत्र गाकर किया गया । इसके पश्चात मां भारती और स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इस विचार गोष्ठी में अतिथि वक्ता के तौर पर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका डॉ अनीता शर्मा, अधिवक्ता ममता सिंह, संस्था की सदस्या सह कवयित्री सरिता सिंह, संगठन की सदस्या सह शिक्षिका प्रियंका झा उपस्थित थे।
वक्ता प्रियंका ठाकुर ने कहा कि सभ्यता ने हमें नहीं बल्कि हम कृत्रिम सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग कर सौंदर्य की परिभाषा को प्रदूषित कर रहे हैं, जिस के हानिकारक प्रभाव कैंसर जैसे रोग के रूप में हमें मिल रहा है । इसलिए हम भारतीय अपनी मूल प्रकृति से जुड़े हुए रहें और घरेलू प्राकृतिक चीजों का उपयोग कर सौंदर्य को निखारें। विज्ञापन के जाल में आकर अपनी सेहत न बिगाड़ें।
अधिवक्ता ममता सिंह ने कंज्यूमर एक्ट की जानकारी देते हुए कहा कि महिलाएं सिर्फ छूट पर ही ध्यान न दें। विज्ञापनों पर बहुत ही छोटे अक्षरों में लिखे शर्तों पर भी ध्यान दें. ऑनलाइन खरीद पर भी गुणवत्तापूर्ण सामग्री न होने पर ले सकती हैं कंज्यूमर एक्ट का सहारा. कवयित्री सरिता सिंह ने कहा कि मौलिक आंतरिक गुणों को नजरंदाज करने से जाने अनजाने हम महिलायें एक होड़ में शामिल हो जाती है! हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि सौंदर्य प्रसाधन आपको निर्धारित नहीं कर सकता, आपका पहनावा, बातचीत, विचार, सोच की गंभीरता ही आपके व्यक्तित्व की पहचान बनती है।
शिक्षिका और साहित्यकार डॉ अनीता शर्मा ने कहा कि महिलायें उपनिवेशवादी संस्कृति का शिकार हो रहे हैं और विज्ञापनों के जाल में फंसकर अपना आर्थिक नुकसान ही नहीं कर रही बल्कि आपसी रिश्तों पर भी बुरा असर डाल रही हैं । जरूरी है कि कामकाजी महिला हो या घरेलू महिला निर्णय लेने के पहले और खरीदारी के पहले जरूर गंभीरता से सोचे विचारें। खरीदारी की अंधी प्रतियोगिता में शामिल ना हों।
कवयित्री उपासना सिन्हा ने विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा कि विज्ञापनों के भ्रमजाल से बाहर निकलें और समझ के साथ बाजार का सामना करें। प्रीति झा और छात्रा सायका अली ने भी अपनी बात रखी। इस विचार गोष्ठी का संचालन और स्वागत भाषण और धन्यवाद ज्ञापन प्रांत सचिव डॉ कल्याणी कबीर ने दिया। विचार गोष्ठी प्रांत संगठन मंत्री शिवाजी क्रांति, अध्यक्ष पिंटू चाकिया के सलाह और मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
विचार गोष्ठी की व्यवस्था में एबीजीपी पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष पप्पू सिंह, उपाध्यक्ष अजय, अंकेश भुईंया, अमन, गौरव, रामजी, संजय, अभिषेक, रणविजय, अधिवक्ता रवि प्रकाश इत्यादि की सक्रिय भूमिका रही। इस विचार गोष्ठी में प्रीति झा, रजनी, गंगा, आकांक्षा, सायका और स्कूली छात्राओं ने भी अपनी बात रखी। सुप्रसिद्ध कवयित्री उपासना सिन्हा जी के द्वारा राष्ट्रगान गाकर विचार गोष्ठी का समापन किया गया।