रूस : 23 वर्षीय दिमित्री लुचिन ने अपनी 45 वर्षीय गर्लफ्रेंड ओल्गा बुदुनोवा की हत्या कर पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। लुचिन ने महिला दिवस के बहाने अपने प्रेमिका से मिलने का बहाना बनाया और फिर उस पर बोतल से हमला कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने शव को टुकड़ों में काटकर तवे पर भून-भूनकर खा लिया, जिसके बाद उसके क्रूर कृत्य ने पूरे देश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्तब्ध कर दिया। मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, लुचिन को रूस के सबसे कुख्यात साइको किलर और नरभक्षी के रूप में जाना जाता है। उसने 2018 में यह खौफनाक वारदात की थी। घटना की रात दोनों ने शराब पी और कुछ ही समय बाद लुचिन ने चाकू से बुदुनोवा के शरीर के टुकड़े किए। वह इतना क्रूर था कि उसने उसके दिमाग के टुकड़ों को भूनकर खाया, खून को गिलास में पीया और शरीर के अन्य हिस्सों से भी अत्याचार किए।
पड़ोसियों ने बताया कि लुचिन ने बुदुनोवा के कान काटकर एक कान अपने मुंह में और दूसरा बिल्ली के कटोरे में डाल दिया, साथ ही खून और नेल पॉलिश से शरीर पर अपशब्द लिख दिए। वह शैतान का उपासक और तांत्रिक माना जाता था और उसने अपने कृत्य के दौरान लूसिफ़र को बुलाने के लिए शैतानी प्रतीक बनाए। अभियोजकों ने कहा कि लुचिन सीरियल किलरों के प्रति दीवाना था और हत्यारों से जुड़ी डरावनी वेबसाइटों पर घंटों समय बिताता था। मुकदमे के दौरान उसे धातु के पिंजरे में रखा गया, जहां उसने खुद को छात्र, खिलाड़ी और कवि बताते हुए कहा कि वह पागल या हत्यारा नहीं है।
जज एलेक्सी स्टैनोव्स्की ने उसे मानसिक रूप से संपूर्ण रूप से स्वस्थ्य पाया और उसे “विशेष क्रूरता” के साथ हत्या करने का दोषी ठहराया। लुचिन को कठोर व्यवस्था वाली जेल में 19 साल की सजा सुनाई गई। पड़ोसियों ने बताया कि लुचिन किसी दूसरे ग्रह का इंसान जैसा लगता था। फ्लैट के अंदर का दृश्य इतना भयावह था कि कोई भी उसे देख कर स्तब्ध रह जाता। घटना ने पूर्वी यूरोपीय देश को झकझोर दिया और स्थानीय लोग इस कृत्य को कभी नहीं भूल पाए। वास्तव में लुचिन की यह कहानी विश्व के सबसे खौफनाक हत्यारों की सूची में शामिल है। उसकी हरकतें मानवता की सीमाओं को चुनौती देती हैं और साबित करती हैं कि मानसिक स्वास्थ्य और हिंसा के बीच का अंतर कितनी भयानक स्थितियों को जन्म दे सकता है। जांच और न्यायालय ने पुष्टि की कि लुचिन किसी मानसिक रोग से पीड़ित नहीं था, बल्कि उसके क्रूर इरादों और शैतानी विचारों के कारण यह घटना हुई। घटना ने साइको किलिंग और नरभक्षण के मामलों पर वैश्विक चर्चा छेड़ दी है।
