बिहार के वैशाली जिले में एक बड़ा हादसा हो गया.जहा राघोपुर के रुस्तमपुर कच्ची दरगाह पटना की तरफ से राघोपुर रुस्तमपुर घाट आने के दौरान नदी में सवारी से भरा नाव पीपा पुल से टकराने से अफरा तफरी मच गई
हाजीपुर :बिहार के वैशाली जिले में एक बड़ा हादसा हो गया. जहां राघोपुर के रुस्तमपुर कच्ची दरगाह पटना की तरफ से राघोपुर रुस्तमपुर घाट आने के दौरान नदी में सवारियों से भरी नाव पीपा पुल से टकराने से अफरा तफरी मच गई. लगभग आधे घंटे तक नाव नदी में फंसीं रही. हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ.नाव पर सवार कुछ सवारी को पीपा पुल के निकट सुरक्षित उतारा गया. वहीं दूसरा नाव बुलाकर बाकि सवारियों को सुरक्षित नदी के पार कराया गया।
हादसे के बाद नाव पर सवार लोग दहशत में
बता दें कि नाव पर सवार सभी सवारी घटना से दहशत में हैं. नाव पर सवार लोगों के मुताबिक करीब 100 से अधिक लोग सवार थे. बताया कि राघोपुर के कच्ची दरगाह रुस्तमपुर घाट पटना की तरफ से नाव रुस्तमपुर घाट राघोपुर के लिए खुली थी. इसी दौरान पानी का तेज बहाव होने के कारण नाव पीपा पुल से टकरा गया।
कुछ सवारी को सुरक्षित उतार दिया गया
वहीं नाव पर सवार कुछ लोगों ने हिम्मत से काम लिया और नाव को पीपा पुल में सटाकर कुछ सवारी को सुरक्षित उतार दिया. इस दौरान जान जोखिम में डालकर नाव से पीपा पुल के ड्रम के माध्यम से पीपा पुल पर चढ़े. वहीं आनन-फानन में रूस्तमपुर घाट से आनन-फानन में दूसरे नाविक नाव लेकर आए उसके बाद सभी सवारी को सुरक्षित नदी पार कराया गया. नाव पर सवार लोगों ने बताया कि नाविक खुद पैसा वसूलने में लग जाता है और नाव का पतवार अन ट्रेंड लोगों के हाथ में थमा देता है. जिसके कारण यह हादसा हुआ है।
कुछ शिक्षक को ऑनलाइन अटेंडेंस बनाने की जल्दबाजी थी
नाव पर सवार शिक्षक उमेश कुमार ने बताया कि कच्ची दरगाह से राघोपुर के लिए नाव खुली थी. इसी दौरान नाव पीपा पुल के ड्रम से टकरा गई. नाव टकराने के पश्चात नाव पर सवार सभी लोग काफी घबरा गए. नाव पर सवार अधिकतर सरकारी शिक्षक थे. उन्होंने बताया कि कुछ शिक्षक को ऑनलाइन ऐप के माध्यम से अटेंडेंस बनाने की जल्दबाजी थी. इसलिए पीपा पुल के ड्रम के माध्यम से जान जोखिम में डालकर उतर गए. वहीं कुछ शिक्षक जब दूसरा नाव नाभिक के द्वारा लाया गया तो नाव से नदी पार किए।
आए दिन छोटी बड़ी घटनाएं घटती रहती है
उमेश कुमार ने बताया कि राघोपुर में आए दिन छोटी बड़ी घटनाएं घटती रहती है. उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी प्रखंड के वरीय अधिकारी को भी दी जाएगी. जिला प्रशासन से सरकारी शिक्षक के लिए अलग से राघोपुर के सभी घाटों पर नाव की व्यवस्था करने की मांग की. सरकारी शिक्षक को समय से स्कूल पहुंचना रहता है, इसके लिए जिला प्रशासन को सभी घाटों पर नाव की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि सरकारी शिक्षक समय से विद्यालय पहुंचकर विद्यालय का संचालन कर सके। बता दें कि राघोपुर के रुस्तमपुर जेठली घाट समेत अन्य घाटों पर ओवरलोड नाव का संचालन पीपा पुल खुलने के बाद से किया जा रहा है. मवेशी की तरह नाव पर सवारी को बिठाकर नदी पार कराया जा रहा है। मालूम हो कि बीते दिनों संवेदक के स्तर से पीपा पुल को खोल दिया गया. लेकिन संवेदक के द्वारा नदी से पीपा और ड्रम को नहीं हटाया गया, जिसके कारण ड्रम में नाव टकरा गया।