Tamil Nadu Viral Video Case : पुलिस ने बताया है कि मनीष कश्यप पर पहले से सात मामले दर्ज हैं. 30 वीडियो को चिह्नित किया गया है जिसकी टीम जांच कर रही है.
पटना : तमिलनाडु मामले में बिहार पुलिस एक्शन में है. लगातार कार्रवाई की जा रही है. सोशल मीडिया पर पोस्ट और शेयर किए गए वीडियो की जांच की जा रही है. आर्थिक अपराध इकाई ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर 10 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया था. कुल 30 वीडियो और पोस्ट चिह्नित किए गए हैं जिसकी जांच की जा रही है. शुक्रवार को इस मामले में पुलिस ने बताया कि मनीष कश्यप और युवराज सिंह राजपूत अब तक उपस्थित नहीं हुए हैं. उनके विरुद्ध गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से अनुरोध कर वारंट जारी किया जाएगा. पुलिस ने कहा कि मनीष कश्यप एक आदतन अपराधी है. पहले से सात मामले दर्ज हैं. राकेश तिवारी और राकेश रंजन कुमार को गिरफ्तार किया गया है।
केस दर्ज होने के बाद से फरार है मनीष कश्यप…..
बताया गया कि पुलिस पर कई बार हमला भी किया जा चुका है. पुलवामा घटना के बाद पटना के ल्हासा मार्केट में कश्मीरी दुकानदारों को पीटने के आरोप में मनीष कश्यप को जेल भेजा जा चुका है. मनीष कश्यप पूर्व में साम्प्रदायिक पोस्ट करने और गतिविधियों में संलिप्त रहा है. कांड दर्ज होने के बाद वह फरार है. साथ ही एक और आरोपी युवराज सिंह राजपूत भी फरार है।
बता दें कि इस मामले में चार लोगों को नामजद किया गया था. अमन कुमार को गिरफ्तार किया जा चुका है. बताया गया कि मनीष कश्यप द्वारा बीएनआर न्यूज़ हनी नामक यूट्यूब चैनल का एक वीडियो ट्वीट किया गया था जिसमें पट्टी बांधे दो लोगों को दिखाया जा रहा है. इस ट्वीट में टैग वीडियो देखने से संदिग्ध लग रहा था. अतः उसकी जांच की गई और वीडियो अपलोड करने वाले व्यक्ति राकेश रंजन कुमार को गोपालगंज से पूछताछ के लिए लाया गया।
पुलिस की पूछताछ में राकेश रंजन कुमार ने स्वीकार किया….
पुलिस की पूछताछ में राकेश रंजन कुमार ने स्वीकार कर लिया कि 06.03.2023 को अपलोडेड फर्जी वीडियो को दो अन्य लोगों के सहयोग से बनाया गया था. कहा कि इस वीडियो को जक्कनपुर के बंगाली कॉलोनी स्थित एक किराए के मकान में शूट किया गया था ताकि पुलिस द्वारा किए जा रहे अनुसंधान को गलत दिशा में मोड़ा जा सके. राकेश रंजन के मकान मालिक ने भी इसकी पुष्टि की है. इस मामले में आर्थिक अपराध थाना कांड सं-04/23 राकेश रंजन कुमार, मनीष कश्यप और उसके दो साथियों के विरुद्ध दर्ज किया गया है।
एक अन्य अभियुक्त युवराज सिंह पिछले तीन महीनों से नारायणपुर (भोजपुर) के एक गोलीबारी के कांड में फरार है. उसकी गिरफ्तारी के लिए भी टीम बनाई गई है. युवराज सिंह राजपूत के विरुद्ध तमिलनाडु के कोयंबटूर में भी फर्जी वीडियो पोस्ट करने का एक कांड दर्ज है।