Muslim Deputy CM Demand : बिहार (Bihar) में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू (JDU) और आरजेडी (RJD) की गठबंधन की सरकार बन चुकी है. नीतीश कुमार ने 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. इस बीच, असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) के विधायक अख्तरुल इमान (Akhtarul Iman) ने बिहार का डिप्टी सीएम किसी मुस्लिम को बनाने की मांग की है. इतनी ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि कम से कम दो मंत्रालय मुस्लिम (Muslim) समुदाय के लोगों को देने चाहिए. एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान ने जेडीयू और आरजेडी पर कई आरोप लगाए और कहा कि दोनों की कथनी-करनी में अंतर है.
आबादी के हिसाब से मुस्लिमों को मिले हिस्सेदारी..
एआईएमआईएम (AIMIM) के विधायक अख्तरुल इमान (Akhtarul Iman) ने कहा कि जिसकी जितनी आबादी उतनी उसकी हिस्सेदारी होनी चाहिए. नौकरी में हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. इसके अलावा दो मंत्रालय मुस्लिमों को मिलने चाहिए. यही हमारी लड़ाई है. अगर हमारी बातों को नहीं माना जाता है तो मुस्लिम अल्पसंख्यकों के जो हितैषी बन रहे हैं उनकी कथनी और करनी में फर्क दिखाई देगा.
एआईएमआईएम विधायक ने रखी ये मांग…
विधायक अख्तरुल इमान (Akhtarul Iman) ने आगे कहा कि एआईएमआईएम ने मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाने की हुकूमत से मांग की है. पूर्व में भी दो डिप्टी सीएम बिहार में थे. माइनॉरिटी के आधार पर डिप्टी सीएम बनाना चाहिए. अन्य राज्यों में भी दो से अधिक डिप्टी सीएम हैं. हमारे लोगों को हमसे छीना गया. हमारे घरों को उजाड़ा गया. हमारी लड़ाई ही शुरू से है.
4 एआईएमआईएम विधायक आरजेडी में हो चुके हैं शामिल….
बता दें कि अख्तरुल इमान एआईएमआईएम पार्टी के इकलौते विधायक बिहार में हैं और वही एआईएमआईएम की बिहार यूनिट के अध्यक्ष हैं. विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम के 5 विधायक जीते थे. लेकिन टर्म पूरा होने से पहले ही 5 में से 4 विधायक आरजेडी में शामिल हो चुके हैं. अख्तरुल इमान बिहार में एआईएमआईएम के अकेले विधायक बचे हैं.
गौरतलब है कि बिहार में मुस्लिम समुदाय के लोगों की बड़ी आबादी है. एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल इमान ने किसी मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाने की मांग रखकर एक तरह से आरजेडी और जेडीयू को चुनौती दी है कि अगर वो मुस्लिमों के हितैषी हैं तो उनको सरकार में हिस्सदारी दें।