पटना : पटना में बेलगाम अपराधियो ने 10 मिनट में 3 लोगो को गोली मार दी. घटना के बाद इलाके में आक्रोश का माहौल कायम हो गया. लोगो ने अपराधियो के घर पर आग लगाने का भी प्रयास किया. इस घटना में आंशिक रूप से छती होने की भी सूचना मिल रही है।
बताया जा रहा है कि सोनू समेत करीब 4 की संख्या पैदल आये अपराधियों ने पिपरा में पहले दो लोगो को गजेंद्र कुमार, शिवम कुमार को गोली मारी जिसमे दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसका इलाज बाईपास स्थिति पटना सेंट्रल हॉस्पिटल में चल रहा है।
फिलहाल दोनों घायल व्यक्ति खतरे से बाहर है। दोनों को गोली मारने के बाद सोनू समेत कई अपराधियो ने शेखपुरा की तरफ आगे बढ़ा फिर एक गिट्टी, बालू के कारोबारी राजेश कुमार सिंह को गोली मार दी. जिममें मौके पर ही राजेश की मौत हो गई. गोली राजेश के दाहिने कंधे के नीचे से होते हुए बाये की ओर निकल गई।
मिली जानकारी के अनुसार राजेश किसी केस में सोनू के खिलाफ गवाह था। और गजेंद्र और शिवम राजेश के सहयोगी। इसीलिए सोनू ने एक के बाद एक करके तीनो को गोली मार दी। जानकारी यह भी सामने आया है कि सोनू एक दिन पहले ही राजेश को जान मारने की धमकी दिया था।
बताया जाता है कि रामकृष्णानगर थाना क्षेत्र के रहने वाला सोनू पर रामकृष्णानगर थाने में ही कई मामले दर्ज है, सोनू अबैध शराब कारोबारी है। और शराब के करीब आधा दर्जन मामले में जेल भी जा चुका है। आसपास के लोगो से मिली जानकारी के अनुसार रामकृष्णानगर पुलिस के द्वारा छापेमारी के दौरान सोनू एक दरोगा को लेकर छत पर से नीचे पानी मे कूद गया था।
प्रशासन की कार्यवाही पर भी उठ रहे हैं सवाल….
सोनू की गिरफ्तारी नही होना भी प्रसाशन पर सवाल खड़ा कर रहा है। सोनू पर शराब के अलावे 13 /02/24 को सुनील सिंह की हुई हत्या में भी सुनील के परिजन सोनू का नाम बताया था। फिर 14/02/24 को ललन सिंह के पुत्र राजू और संदीप पर हुई गोलीबारी में सोनू का नाम सामने आया था। जिसके बाद भी सोनू यादव को पुलिस गिरफ्तार करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। यदि प्रशासन सोनू पर पहले ही घटना ने करवाई करती तो आज सोनू यादव का मनोबल शायद नही बढ़ता , और बालू कारोबारी की जान नही जाती।
घटना के बाद मौके पर पटना के पूर्वी एस०पी०भरत सोनी एएसपी-2 समेत कई थानों की पुलिस घटना स्थल पर कैम करते दिखे। फिलहाल आक्रोशित लोगों को शांत कराते हुए। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
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