पूर्वी चंपारण : मोतिहारी मद्य निषेध थाना में पदस्थापित उत्पाद दारोगा विकाश कुमार सिन्हा को निलंबित कर दिया गया है।उक्त कारवाई डीएम सौरभ जोरवाल की अनुशंसा पर मद्य निषेध मुख्यालय पटना द्धारा किया गया है। निलंबन के दौरान दारोगा विकास का मुख्यालय मुजफ्फरपुर निर्धारित किया गया है।
जानकारी के अनुसार दारोगा विकास पर शराब मामले में आरोपी को पकड़ने और राशि उगाही कर छोड़ने के आरोप है। बताया गया है कि रधुनाथपुर ओपी क्षेत्र से पकड़े गये शराब मामले के एक आरोपी ने डीएम सौरभ जोरवाल से शिकायत की थी,जिसमें आरोपी अपने को निर्दोष बताते हुए दारोगा विकास कुमार सिन्हा पर उसे रधुनाथपुर से पकड़कर कचहरी चौक स्थित उत्पाद थाना में बंद करने और जेल भेजने का भय दिखा रुपये वसूल कर छोड़ने का आरोप लगाया है
जिला उत्पाद सहायक आयुक्त नीरज कुमार ने विभागीय कार्रवाई में दारोगा विकास कुमार सिन्हा के निलंबन की पुष्टी करते हुए बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद कचहरी चौक स्थित उत्पाद थाना परिसर में खराब पड़े सीसीटीवी कैमरा को चालू कर दिया गया है।
उन्होने बताया कि इस मामले में पीड़ित ने अप्रैल 2024 में डीएम से शिकायत की थी,जिसके बाद डीएम के अनुशंसा पर विभागीय जांच के साथ सदर एसडीओ व जिला पुलिस मुख्यालय के डीएसपी ने भी मामले की सूक्ष्मता से जांच की। इन अधिकारियो ने पीड़ित शिकायतकर्त्ता और पैसा देने वाले दोंनों का बयान दर्ज किया गया साथ ही उत्पाद पुलिस के जवान व चालक से भी पूछताछ की गई। जांच में पीड़ित को हिरासत में लेने और फिर छोड़ने का मामला सही पाये जाने के बाद डीएम को रिपोर्ट सौपा गया,जिसके आलोक में डीएम की अनुशंसा किये जाने के बाद उत्पाद मुख्यालय पटना ने निलंबन की कार्रवाई की है।