चाईबासा: अति संवेदनशील टोंटो थाना क्षेत्र के तुम्बाहाका में सोमवार देर रात नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान पहले से घात लगाए नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया था। जिसमें झारखंड जगुआर के 2 जवान शहीद हो गए थे। वहीं दूसरी और खबर यहां आ रही है कि मुठभेड़ के बाद सीआरपीएफ और जैगुआर के पांच जवानों का पता नहीं चल पा रहा है। उनका टीम लीडर से संपर्क नहीं हो पा रहा है। हालांकि इस बात की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं होने की खबर है जबकि कयास लगाए जा रहे हैं कि जवान जंगल में कहीं पनाह लिए हुए हैं या मोबाइल नेटवर्क नहीं होने के कारण अपने टीम लीडर से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।बताया जाता है कि टोटो थाना क्षेत्र में मिसिर बेसरा नक्सली दस्ते के नक्सलियों के छुपे होने की खबर थी। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने उन्हें घेरने की रणनीति के तहत काम करना शुरू किया है इसी बीच पहले से घात लगाए नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर जोरदार हमला बोल दिया। उसके बाद नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच भीषण मुठभेड़ जारी हो गई। अतिरिक्त सुरक्षाबलों के पहुंचने के बाद सुरक्षाबलों की स्थिति मजबूत होता देख नक्सली जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए।
एक करोड़ रुपये के इनामी मिसिर बेसरा समेत कई नक्सलियों का दस्ता चाईबासा के जंगल में छिपा हुआ है। 11 अगस्त को भी सुरक्षा बलों की मिसिर बेसरा दस्ते से मुठभेड़ हुई थी. इसमें सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसकी भी आज शहीद होने की खबर है।
बता दे की पिछले कई वर्षों में सुरक्षा बल मिसिर बेसरा की तलाश में लगे हुए हैं और इस बार उसके काफी नजदीक तक पहुंचने में सफल हो गए थे लेकिन वह फरार होने में सफल रहा है। जबकि सुरक्षा बलों ने उसका एक बहुत बड़ा बंकर ध्वस्त कर दिया है।