डोंगरगढ़ : प्रज्ञा गिरी पहाड़ी पर गोवा जैसा आश्रम बनाने वाले कथित योग गुरु तरुण अग्रवाल उर्फ सोनू के क्रांति योगा नाम से वेबसाइट बनाई गई। इसमें बाकायदा भारत सरकार का लोगो लगा हुआ है। इसमें आयुष मंत्रालय का जिक्र भी है। वहीं इनके योग सीखने आने वाले लोगों के लिए रेट चार्ट भी अपलोड हैं। यह रेट चार्ट यूरो करंसी में है। मतलब फंडिंग यूरोप से भी होती थी। पता चला है कि बाबा के गोवा के आश्रम में रखे पलंग का प्रत्येक गद्दा भी डेढ़ लाख रुपए से कम का नहीं हैं।
कथित बाबा के विदेशी कनेक्शन की जांच डोंगरगढ़ पुलिस ने शुरू कर दी है। डोंगरगढ़ पुलिस ने गोवा पुलिस से संपर्क किया है। दरअसल, डोंगरगढ़ आने से पहले तरुण अग्रवाल गोवा के पटनेम बीच में रिसॉर्ट चलाता था। इस रिसॉर्ट में आने वाले विदेशी और स्थानीय लोगों को योग सिखाने के नाम पर हजारों से लाखों रुपए की राशि ली जाती थी। फिलहाल यहां के कुक और केयरटेकर से पुलिस पूछताछ कर रही है। हालांकि पुलिस द्वारा विदेशी फंडिंग और प्रॉपर्टी की जांच का दावा किया जा रहा है। पहाड़ियों पर गोवा की तर्ज पर फार्महाउस बन सके, इसलिए तरुण अग्रवाल ने महाराष्ट्र की कंपनी को काम दिया। फार्महाउस को हाईटेक बनाने के लिए ये टीम कई दिनों से काम कर रही है। गोवा के आश्रम में 14 रात का सवा दो लाख लेते थे।
क्रांति योगा इंटरनेशनल वेदिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन के सदस्यों से डोंगरगढ़ पुलिस जानकारी जुटाएगी। वेब पेज में इसे नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन लिखा गया है। गोवा में भारत सरकार की ओर से बाकायदा रजिस्टर्ड बताया गया है। डोंगरगढ़ पुलिस फिलहाल सोनू के बैंक खातों की डिटेल मंगवा रही है। गोवा में जो सोनू के खाते हैं उनकी जांच के लिए पत्राचार भी किया जा रहा है। एसडीओपी का इस मामले में कहना है कि,कथित बाबा के बैंक खातों की डिटेल खंगाली जा रही है। इसके लिए गोवा के बैंकों से भी पत्र व्यवहार किया जा रहा है। फंडिंग और प्रॉपर्टी को लेकर जांच जारी है। पुलिस इस मामले में जल्द ही बड़ा खुलासा करेगी।
