नई दिल्ली : पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान इलाके में एक फिदायीन हमले में 23 लोगों की जान चली गई. ये हमला डेरा इस्माइल खान के एक कस्बे के पुलिस स्टेशन में हुआ है. समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, धमाके की वजह से तीन कमरे ढह गए हैं और इमरतों के मलबे से शवों को निकालने की कोशिश की जा रही है. आशंका है कि मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान ने ली है. बता दें कि यह आतंकी संगठन पाकिस्तान में अफगानिस्तान की तर्ज पर सरकार बनाना चाहता है. इसी कारण वो सरकारी महकमों और अधिकारियों को लगातार निशाना बना रही है.
फिदायीन एक गाड़ी से पुलिस स्टेशन की गेट में घुस आए थे. गेट पर पहुंचते ही उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. खैबर पख्तूनख्वा में इसी साल जनवरी में एक हमले में कम से कम 101 लोगों की जान गई थी. पाकिस्तानी न्यूज चैनल एआरवाई के मुताबिक, पुलिस ने दो आंतकवादियों को मार गिराया है। बीते एक साल में 1050 आतंक से जुड़ी घटनाएं हुई हैं जिसमें 470 लोग मारे गए हैं. पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बीते तीन साल में आतंकी हमलों में प्रांत के लगभग 1823 लोगों की जान गई है. खैबर पख्तूनख्वा का इलाका अफगानिस्तान की सीमा से लगता है. 1050 आतंकी घटनाओं में 419 घटनाएं बंदोबस्ती जिले में हुई है. जबकि फटा में 631, उत्तरी वजीरस्तान में 201 और पेशावर में 61 आतंकी घटनाएं हुई हैं।
पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मंगलवार को एक थाने पर आतंकवादियों के हमले में कम से कम छह सुरक्षाकर्मी मारे गये और 16 घायल हो गये. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. आत्मघाती हमलावरों ने दक्षिण वजीरिस्तान कबायली जिले की सीमा से लगे अशांत डेरा इस्माइल खान जिले में दरबान थाने पर हमला किया.आतंकवादियों ने विस्फोटकों से लदे वाहन से थाने की इमारत में टक्कर मार दी और फिर मोर्टार से हमला किया. पुलिस ने कहा कि हमले के बाद सुरक्षा बलों और हमलावरों के बीच गोलीबारी में कम से कम छह सुरक्षाकर्मी मारे गए और 16 घायल हो गए।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने सभी हमलावरों को मार गिराया जबकि पुलिस की नयी टुकड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया और बाद में तलाशी अभियान शुरू किया गया। एक अपेक्षाकृत अज्ञात आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. पाकिस्तान में कुछ बड़े हमलों के पीछे इस आतंकी संगठन का हाथ रहा है. इसके प्रवक्ता मुल्ला कासिम ने इस हमले को आत्मघाती मिशन (फिदायीन हमला) करार दिया. हमले के कारण जिले के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया जबकि सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए।
ख़बर पाकिस्तान से आ रही है कि वहां के मिलिट्री बेस में घुसकर आतंकवादियों ने 23 सैनिकों की हत्या कर दी है। हमला खैबर पख्तूनख्वा के मिलिट्री बेस पर हुआ है और जिम्मेवारी "तहरीक-ए-जिहाद-पाकिस्तान" ने लिया है ।
— Dr. Kaushal K.Mishra (@drkaushalk) December 12, 2023
खैर हमें क्या, सांप पालोगे तो डसेगा ही। शुभ रात्रि।#BREAKINGNEW pic.twitter.com/VwEsnmJnNM