जमशेदपुर : अमरनाथ यात्रा के दौरान लैंडस्लाइड होने से जमशेदपुर शहर के कदमा भाटिया बस्ती अशोक पथ निवासी 44 वर्षीय हराधन सैनी की मौत हो गई है। जिसके बाद स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार श्रीनगर एयरपोर्ट से प्लेन द्वारा मृतक के शव को रांची भेजा गया। जहां से परिजन एंबुलेंस द्वारा शव को लेकर टीएमएच पहुंचे और शीतगृह में रखवा दिया।
वहीं शनिवार उनका अंतिम संस्कार बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट में किया जाएगा। घटना से परिजनों समेत परिचितों में शोक की लहर है। बताया जा रहा है कि मृतक हराधन दास 19 जुलाई की संध्या लगभग 5:30 बजे टाटानगर रेलवे स्टेशन से पत्नी अंबिका सैनी और साली प्रतिमा के साथ अमरनाथ यात्रा के लिए ट्रेन से निकले। 2 दिनों का सपर तय कर श्रीनगर पहुंचने के बाद 1 दिन वहां आराम किया। जिसके बाद बस से कैंप पहुंचे। जहां से दूसरे दिन सभी ने अमरनाथ यात्रा की चढ़ाई शुरू की। जिसके बाद 26 जुलाई की सुबह सभी ने अमरनाथ यात्रा की चढ़ाई पूरी कर भगवान शंकर के दर्शन किए। इस दौरान अच्छे से दर्शन करने के बाद सभी वापस कैंप के लिए निकल गए।
इसी बीच रात्रि लगभग 7:30 बजे वापस आने के क्रम में कैंप से लगभग 3 किलोमीटर पहले भारी लैंडस्लाइड हुआ। जिसमें पत्नी और साली सुरक्षित बच गए। मगर मृतक हराधन सैनी लापता हो गए। जिसकी सूचना मिलने पर सेना द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और दूसरे दिन 27 जुलाई की सुबह 10 से 11 बजे के बीच उनका शव पत्थर से दवा हुआ पाया गया। शव देखकर पत्नी और साली का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक हराधन सैनी कदमा बाजार स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के घर के पास सड़क किनारे दोसा का ठेला लगाकर जीविका कमाते थे।
उनके परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा और बेटी भी है। जिसमें से बेटी की शादी कुछ माह पहले ही उड़ीसा में हुई थी और वह कोलकाता में जॉब करती है। जबकि बेटा सीमांतो सैनी चेन्नई में जॉब करता है। घटना की सूचना पाकर बेटा और बेटी समेत अन्य परिजन कदमा स्थित घर पर पहुंच गए हैं। फिलहाल घटना से क्षेत्र में मातम छाया हुआ है। वहीं घटना को लेकर जम्मू-कश्मीर जिला प्रशासन ने नियमानुसार मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा भी की है।