NEET पेपर लीक मामले में 28 जून को हजारीबाग से CBI ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज और पत्रकार जमालुद्दीन शामिल है. एजेंसी तीनों को झारखंड से बिहार ले गयी. इस केस में 27 जून को बिहार के पटना से एजेंसी ने 2 लोगों को अरेस्ट किया था. बताया जाता है कि इस मामले में पत्रकार के भाई जमाल से पूछताछ की है।
पत्रकार समेत तीनों से CBI ने शुक्रवार को दिनभर पूछताछ की. उन्हें स्पॉट पर ले जाकर टीम सबूत पुख्ता करेगी. CBI और पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 3 मई को NEET के क्वेश्चन पेपर कूरियर एजेंसी ब्लू डार्ट के हजारीबाग नूतन नगर सेंटर से बैंक ले जाने की बजाय पहले ओएसिस स्कूल लाए गए. इसके बाद यहां से बैंक भेजे गए. संदेह है कि क्वेश्चन पेपर का पैकेट स्कूल में ही खोला गया. बताया जा रहा है कि दोनों भाई प्रिंसिपल के संपर्क में थे और उसी आधार पर सीबीआई ने दोनों को पकड़ा है।
यूजीसी नेट परीक्षा भी इसी सेंटर पर हुई थी. इसी स्कूल से नेट के प्रश्नपत्र लीक होने का शक भी है. आज टीम ने स्कूल के वाइस प्रिंसिपल सह सेंटर सुपरिंटेंडेंट इम्तियाज आलम का एक मोबाइल और लैपटॉप जब्त किया है. एजेंसी को शक है कि ओएसिस स्कूल से ही पेपर लीक किया गया है.
उधर, पटना में शुक्रवार को CBI आरोपी चिंटू और मुकेश को साथ लेकर उनके दोस्त रॉकी के घर पहुंची। बताया जा रहा है कि पटना के कंकड़बाग में रॉकी के घर से कई सबूत हाथ लगे हैं. चिंटू की देवघर में गिरफ्तारी के बाद रॉकी फरार था. CBI ने चिंटू, मुकेश, आशुतोष और मनीष कुमार के मोबाइल की जांच की. पता चला कि ये सभी आरोपी पिछले 6 महीने से आपस में संपर्क में थे. हर आरोपी को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई थी।