बीजापुर। बीजापुर जिले के इंद्रावती टाइगर रिजर्व राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में गुरुवार को सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया। इस ऑपरेशन में पुजारी कांकेर व मारुड़बाका के जंगलों में 15 नक्सलियों को मार गिराने में कामयाबी मिली। सूत्रों के मुताबिक घटनास्थल से सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर), बैरेल ग्रेनेड लॉन्चर (बीजीएल) समेत भारी मात्रा में विस्फोट भी मिला है।
रुक-रुककर मुठभेड़ जारी
दक्षिणी बस्तर के जंगलों में सुबह से ही रुक-रुककर मुठभेड़ जारी है। यहां बता दें कि राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में ही चार दिन पहले बंदेपारा-कोरंजेड के जंगलों में हुए मुठभेड़ में पांच नक्सलियों को मार गिराया गया था। पुलिस के अनुसार बीजापुर जिले में तेलंगाना राज्य की सीमा के पास शीर्ष नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी।
इसके बाद दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिले के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), कोबरा की चार बटालियन व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) 229 वाहिनी की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान चलाया।
ऑपरेशन के बाद जानकारी देगी पुलिस
अभियान के दौरान सुबह नौ बजे से सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच पुजारी कांकेर और मारुड़बाका के जंगलों में रुक रुक कर मुठभेड़ जारी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रकांत गवर्ना ने बताया कि अभियान पूरा होने के बाद अलग से विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
ऑपरेशन में 2000 से अधिक जवान
सूत्रों के मुताबिक दक्षिण बस्तर क्षेत्र में कुख्यात नक्सली हिड़मा समेत सेंट्रल कमेटी के शीर्ष नक्सलियों की होने की सूचना के बाद एक बड़ा अभियान चलाया गया है। इस अभियान में डीआरजी, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के दो हजार से अधिक जवानों को नक्सलियों के सबसे कोर क्षेत्र में उतारा गया। कई बड़े नक्सलियों के भी मारे जाने की सूचना है।
16 दिन में 25 नक्सली ढेर
साल 2026 तक नक्सलियों के संपूर्ण सफाए का लक्ष्य है। नक्सलियों के विरुद्ध जारी अभियान में इस वर्ष 16 दिन के भीतर 25 नक्सलियों को ढेर किया जा चुका है। पिछले वर्ष 219 नक्सलियों के शव मिले थे। वहीं नक्सलियों की स्वीकारोक्ति के अनुसार 239 नक्सली मारे गए थे।