बेंगलुरु : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के प्रेस क्लब में एक कांग्रेस नेता की तब मौत हो गई, जब वह प्रेस कॉन्फ्रेन्स को संबोधित कर रहे थे। मरने वाले नेता का नाम सीके रविचंद्रन है। वह कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक संघ के सदस्य थे। वह बेंगलुरु प्रेस क्लब में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर मुकदमा चलाने की अनुमति दिए जाने का विरोध करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी घटना के संबंध में ‘एक्स’ पर पोस्ट किया है।
TRIGGER WARNING !!!!
— Waseem ವಸೀಮ್ وسیم (@WazBLR) August 19, 2024
Karnataka Congress' CK Ravichandran dies of Cardiac Arrest during a LIVE press conference at the press club near Cubbon Park. pic.twitter.com/Ycj94tVF8L
उन्होंने लिखा, ”राज्यपाल द्वारा अभियोजन चलाने के आदेश के खिलाफ कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक एसोसिएशन की ओर से बेंगलुरु प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते समय, एसोसिएशन के सदस्य और हमारी पार्टी के एक कार्यकर्ता सीके रविचंद्रन का दिल का दौरा पड़ने से निधन की खबर सामने आई है।” उन्होंने आगे लिखा, “संविधान और लोकतंत्र को बचाने की इस लड़ाई में हमारे साथी रहे रविचंद्रन के असामयिक निधन से बहुत दुख हुआ है। मैं प्रार्थना करता हूं कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें। मैं दुख की घड़ी में उनके शोक संतप्त परिवार और दोस्तों के साथ हूं।”
बता दें कि कर्नाटक में इन दिनों सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) के भूमि आवंटन में कथित अनियमितताओं को लेकर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ जांच की मंजूरी दिए जाने के बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता सोमवार को सड़कों पर उतर आए हैं। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालयों में धरना दिया, पैदल मार्च किया और रैलियां आयोजित कीं। उन्होंने राज्यपाल के कदम की निंदा करते हुए हाथों में तख्तियां ले रखीं थी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के खिलाफ नारे भी लगाए। वहीं, भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। बेंगलुरु, उडुपी, मंगलुरु, हुबली-धारवाड़, विजयपुरा, कलबुर्गी, रायचूर, तुमकुरु और मैसूरु सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किए गए।
उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र और विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक के नेतृत्व में पार्टी ने विधान सौध परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना दिया और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। भाजपा नेताओं ने कहा कि सिद्धरमैया को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है और पारदर्शी तथा निष्पक्ष जांच के लिए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री डी वी सदानंद गौड़ा भी धरने में शामिल हुए। इस बीच. कर्नाटक हाई कोर्ट ने सीएम सिद्धारमैया को मामले में बड़ी राहत दी है और अगले आदेश तक उनके खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई के अमल पर रोक लगा दी है। सिद्धारमैया ने राज्यपाल के आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।