सरायकेला : कोल्हान के सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत नीमडीह प्रखंड के लुपुंगडीह में स्थित है कोल्हान विश्वविद्यालय के अधीन आशू किस्कू एंड रवि किस्कू मेमोरियल टीचर ट्रैनिंग इंस्टीट्यूट। इस महाविद्यालय में बीएड की पढ़ाई होती है। यह महाविद्यालय शुरू होने के साथ ही विवादों से घिरा हुआ है या यूं कहें कि विवादों के गर्भ से जन्म हुआ है। कॉलेज प्रबंधन विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। 2021 – 2023 सत्र में 20 से अधिक विद्यार्थी को इंटरनल परीक्षा में अनुपस्थित किया गया है। इसका जिम्मेदार विद्यार्थियों के साथ कॉलेज प्रबंधन भी है। अब तो विषेश सूत्रों से जानकारी मिला है कि इस महाविद्यालय के प्राचार्या को प्रबंधन द्वारा फर्जी तरीके से नियुक्ति प्रक्रिया की गई है।
कहां की 2008-09 में हमलोग के एम आदिवासी समिति द्वारा रांची में रजिस्ट्रेशन किए थे और बंगाल में दो-तीन कॉलेज है उसी के अनुरूप चांडिल गए देखे की चांडिल क्षेत्र में कोई बीएड कॉलेज नहीं है, तब के एम आदिवासी समिति ने निर्णय लिया कि हम लोग एक कॉलेज बनाएंगे और इस कॉलेज से शिक्षा का विकास होगा।
1 एकड़ 20 डिसमिल जमीन में कॉलेज के नाम पर सब रजिस्टार सरायकेला में रजिस्ट्री किए हैं। एनसीबी 2010 में एप्लाई किये।
पत्राचार होने के बाद 2013 में रिकोबिनाइजेशन मिला 2015 से हमलोग शुरू किये। हमलोग सोचे लोकल आदमी को रखेंगे ताकि कॉलेज चलने में कोई दिक्कत ना आए लेकिन कुछ लोकल आदमी मिलकर 2016 में मेरे बारे में सेक्रेटरी से कंप्लेंट किया और हमें हटा दिया गया।
जगदीश महतो ने कहा आज प्रियंका सिंह को प्रिंसिपल बना दिया गया जो की एक प्रिंसिपल होने के लिए यूनिवर्सिटी में कमेटी बनता है ,उसके माध्यम से प्रिंसिपल का चयन होता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ नियम का उल्लंघन करके इनको प्रिंसिपल बनाया गया , गुरुचरण किस्कु सचिव कहता है हम राज्य के हेमंत सोरेन जी का मामा जी हूं, हम जो बोलेंगे झारखंड में वही होगा और उनको प्रिंसिपल बना दिया गया , आज 2021-23 का स्टूडेंट से पैसा लिया, 2022-24 का स्टूडेंट से पैसा लिया और जो नया मैनेजमेंट कोटा से भर्ती लिया उनसे भी पैसा लिया गया।
जगदीश महतो ने कहा आज प्रियंका सिंह को प्रिंसिपल बना दिया गया जो की एक प्रिंसिपल होने के लिए यूनिवर्सिटी में कमेटी बनता है ,उसके माध्यम से प्रिंसिपल का चयन होता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ नियम का उल्लंघन करके इनको प्रिंसिपल बनाया गया , गुरुचरण किस्कु सचिव कहता है हम राज्य के हेमंत सोरेन जी का मामा जी हूं, हम जो बोलेंगे झारखंड में वही होगा और उनको प्रिंसिपल बना दिया गया , आज 2021-23 का स्टूडेंट से पैसा लिया, 2022-24 का स्टूडेंट से पैसा लिया और जो नया मैनेजमेंट कोटा से भर्ती लिया उनसे भी पैसा लिया गया।
जगदीश महतो सचिव ने कहा इनलोगों को पैसा से मतलब है कौन क्या कर रहा है उससे कोई मतलब नहीं है ,कमेटी के लोग डर से जाता नहीं है कॉलेज कहीं पुलिस हमें गिरफ्तार न कर ले, हाई कोर्ट से ऑर्डर भी आया हुआ 3 सप्ताह के अंदर डीसी, एसपी के साथ मिलकर इस मेटर की सुलझा ले लेकिन कुछ नहीं हुआ। हमलोग निर्णय लिया न्याय के लिए हाई कोर्ट जाना ही होगा, केस को सुलझाने के लिए हमलोग कुछ नहीं कर सकते हैं, ना हम लोग के पास पावर है ना ही पैसा है ना ही हम लोग बाहुबली हैं देखा जाए तो संजय मुखर्जी कभी भी कालेज कमेटी का सदस्य नहीं थे और नहीं है, उनके बाबूजी जमीन दिया है हम लोग के पास रजिस्ट्री डीड भी है फिर भी वह कहता है ,हम लोग दान दिए हैं देखा जाए तो जो ओरिजिनल कमेटी है वह आज कॉलेज घुस नहीं पा रहा है डर के मारे की हमे पुलिस पकड़ कर जेल में ना डाल दें. कॉलेज में बजर्स का लड़ाई चल रहा है।
अमित कुमार दास चांडिल ने कहा आशु किस्कू एंड रवि किस्कू मेमोरियल टीचर ट्रैनिंग कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र अमित कुमार दास ने कॉलेज प्रबंधन के सदस्य संजय मुखर्जी एवं प्राचार्या प्रियंका सिंह के उपर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। अमित कुमार दास ने कहा कि मैं बी एड की सत्र 2021 – 2023 की अंतिम सेमिस्टर का मुख्य परीक्षा करीम सिटी कॉलेज जमशेदपुर में लिखा। जब मैं इंटरनल परीक्षा देने गया तो कहा कि तुम्हारा फीस बाकि है, जमा करो तब परीक्षा देने दिया जायेगा। मैं दूसरे दिन 20 हजार रूपये जमा किया तब चार पेपर में दो पेपर का परीक्षा हो गया था। दो पेपर का परीक्षा मुझसे लिया गया। जब मैं प्राचार्या महोदया से पूछा बाकि दो पेपर का नहीं दिया तो उसका क्या होगा। तब प्राचार्या ने बोली कि मैनेजमेंट से पूछो क्या होगा। मैं मैंनेजमेंट कमेटी से पूछा तो बोला जाओ परीक्षा नहीं देना होगा, पास हो जाओगे। जब 22 दिसंबर को रिजल्ट आया तो अंकपत्र में दो इंटरनल पेपर में मेरा अनुपस्थिति लिखा है और मुझे अनुत्तीर्ण कर दिया गया। मैंनेजमेंट और प्राचार्या ने मेरा भविष्य के साथ खिलवाड़ किया।
आज आशु किस्कु एण्ड रवि किस्कु मेमोरियल शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान का विवादों से जन्म से है नाता , यह कॉलेज अब विवादों का अखाड़ा बन कर रह गया है।