ओड़िशा : ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिला स्थित गहिरमथा समुद्री अभयारण्य में रविवार की शाम मछुआरों ने जमकर बवाल काटा। पेट्रोलिंग कर रही वन विभाग की टीम पर अंधाधुंध हवाई फायरिंग की और टीम द्वारा पकड़े गए अपने आठ साथी मछुआरों को छुड़ा ले गए। बीच समुद्र में मछुआरों द्वारा मचाये गए इस उत्पात में वन विभाग की टीम के हाथ मछली पकड़ने वाले ट्रॉलर और एक नाविक ही हाथ लगा। बहरहाल, मामला दर्ज कर पुलिस आगे की कारवाई कर रही है।
डीएफओ सुदर्शन गोपीनाथ यादव के अनुसार रविवार को गहिरमथा रेंज बाबुबाली फारेस्टर सुरेश कुमार के नेतृत्व में वन विभाग की एक टीम समुद्र में पेट्रोलिंग कर रही थी। पेट्रोलिंग टीम ने किनारे से करीबन सात किमी. दूर चंडी तारिणी-3 नामक ट्रालर को गैरकानूनी ढंग से मछली पकड़ते देखा। इसके बाद पेट्रोलिंग टीम ने उक्त ट्रालर का पीछा करते हुए आठ मछुआरों को पकड़ लिया। इसके बाद देखते ही देखते बीच समुद्र में वन विभाग टीम को छह ट्रालरों पर सवार लगभग 60-70 मछुआरों ने घेर लिया। प्रेट्रोलिंग टीम ने जान बचाने के लिए हवाई फायरिंग की तो मछुआरों ने भी पलटवार किया और गोलीबारी करते हुए वन विभाग के कब्जे में रहने वाले आठ मछुआरों को छुड़ा लिया।
20 किमी. क्षेत्र में मछली पकड़ने पर है प्रतिबंध……
गहिरमथा समुद्री अभयारण्य में मछली पकड़ने पर प्रतिबंध है। यह प्रतिबंध आलिव रिडले के प्रजनन को केंद्र में रखकर एक नवम्बर से 31 मई तक के लिए देवी मुहाना से धामरा मुहाना तक के 20 किमी. क्षेत्र में लगाया गया है। इसके बावजूद मछुआरे गैरकानूनी मछली पकड़ने से बाज नहीं आ रहे और मछली पकड़ने वाले ट्रालर को पकड़ने के लिए वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम जब प्रयास करती है तो मछली माफिया उन पर हमला कर देते हैं।
तब ट्रालर को समुद्र में डुबाने का हुआ था प्रयास…..
पिछले वर्ष की बात करें तो वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम के ट्रालर को मछली माफिया ने समुद्र में डुबाने का प्रयास किया था। इस तरह की घटना के बावजूद प्रशासन की चुप्पी से तरफ से माफिया का हौसला बुलंद है।
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