मध्यप्रदेश : मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में गणगौर उत्सव के दौरान बड़ा हादसा सामने आया है। यहां गणगौर मैया के विसर्जन के लिए गांव के कुएं की सफाई करने उतरे आठ लोगों की मौत हो गई। हादसे की वजह कुएं के अंदर मीथेन गैस का रिसाव बताया जा रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस, प्रशासन, होम गार्ड्स एवं एसडीईआरएफ की टीम द्वारा जॉइंट रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। कड़ी मशक्कत के बाद आठों शव को बाहर निकाल लिया गया।
मृतकों की पहचान मोहन पिता मंसाराम (पूर्व सरपंच) उम्र 55 वर्ष, अनिल पिता आत्माराम पटेल उम्र 30 वर्ष, शरण पिता सुखराम उम्र 38 वर्ष, अर्जुन पिता गोविन्द उम्र 35 वर्ष, गजानंद पिता गोपाल उम्र 25 वर्ष, बलिराम पिता आत्माराम उम्र 36 वर्ष, राकेश पिता हरी उम्र 22 वर्ष और अजय पिता मोहन उम्र 25 वर्ष के रूप में हुई है।
कोंडावत गांव में गणगौर माता के जवारों का विसर्जन किया जाना था। इसी को देखते हुए बुधवार को ग्रामीण 150 साल पुराने सार्वजनिक कुएं की सफाई करने के लिए उतरे थे। लेकिन कुएं में जमा मीथेन गैस के संपर्क में आने से दम घुटने की वजह से सभी की मौके पर ही मौत हो गई। इस हृदयविदारक हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है। मृतकों के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के बुजुर्गों के अनुसार, यह कुआं वर्षों से त्योहारों पर मूर्ति और जवारे विसर्जन के लिए इस्तेमाल होता आ रहा था, लेकिन इस बार यह एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन गया। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद सभी शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
हादसे के बाद जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। खंडवा जिले के कलेक्टर ने कहा कि इस घटना की पूरी जांच कराई जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे दोबारा न हों। जिला प्रशासन ने इस मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे पता लगाएं कि क्या यह कुआं इस्तेमाल के लायक था या नहीं।