अहमदाबाद : लंदन के लिए रवाना हुई एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के क्रैश हो जाने की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है, लेकिन इस दिल दहला देने वाली त्रासदी में एक चमत्कारिक घटना भी सामने आई है। विमान में सवार भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार इस हादसे में जिंदा बच निकले हैं। वह विमान की सीट नंबर 11-A पर बैठे थे। रमेश विश्वास कुमार ने हादसे के बाद होश में आने के बाद जो बताया, वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है। उन्होंने कहा, “टेकऑफ के करीब 30 सेकंड बाद ही विमान में जोरदार धमाका हुआ और देखते ही देखते वह क्रैश कर गया। मुझे जब होश आया, तो मेरे चारों ओर सिर्फ लाशें ही लाशें थीं। प्लेन के परखच्चे हर तरफ बिखरे हुए थे। किसी ने मुझे उठाया और एंबुलेंस में डाला।”
रमेश का भाई भी था विमान में सवार….
यह हमारे प्रदेश दीव से है दुर्घटना के तुरंत बाद कूदकर बाहर निकला यह उसका वीडियो है। pic.twitter.com/SuuLm2TiAX
— Majid Ladhani (@majidladhani1) June 12, 2025
रमेश ने भावुक होकर बताया कि उनका भाई भी उसी विमान में उनके साथ यात्रा कर रहा था, लेकिन हादसे के बाद वह लापता है। उन्होंने प्रशासन और राहतकर्मियों से अपील की है कि उनके भाई की तलाश में मदद की जाए। यह हादसा गुजरात के अहमदाबाद स्थित मेघानीनगर इलाके में विमान के टेकऑफ के तुरंत बाद हुआ। विमान में कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश नागरिक और कुछ अन्य देशों के यात्री शामिल थे। हालांकि प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया था कि विमान में सवार सभी यात्रियों की मौत हो चुकी है, लेकिन रमेश और एक अन्य घायल यात्री को जीवित पाया गया है, जिनमें से दूसरा यात्री गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती है।
घटना के बाद मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू और अन्य वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे। राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। यह हादसा न सिर्फ भारत बल्कि ब्रिटेन, कनाडा, पुर्तगाल जैसे देशों के लिए भी गहरी संवेदना और चिंता का कारण बना हुआ है, क्योंकि विमान में विभिन्न देशों के नागरिक सवार थे। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की, और रूस के राजदूत डेनिस अलिपोव समेत कई देशों के प्रमुखों ने इस त्रासदी पर गहरा शोक जताया है। प्रशासन और आपदा राहत टीमें हादसे की विस्तृत जांच में जुटी हुई हैं। जीवित बचे यात्रियों की मदद और अन्य पीड़ितों की पहचान के प्रयास जारी हैं। रमेश विश्वास कुमार की गवाही इस हादसे की भयावहता और मानव साहस की अद्भुत मिसाल बनकर सामने आई है।
