नई दिल्ली : पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक बार फिर अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने की कोशिश की. पाक की तरफ से देर रात जम्मू, पठानकोट, उधमपुर, अखनूर, जैसलमेर, जालंधर, फिरोजपुर और पोखरण समेत कई भारतीय इलाकों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया. हमारी सेना और जवानों ने पाकिस्तान की हर कोशिश नाकाम कर उन्हें खदेड़ दिया. भारतीय सेना ने पाकिस्तान के दो JF-17 और एक F-16 फाइटर जेट को मार गिराया है. साथ ही पाकिस्तान एयरफोर्स का AWACS विमान उनके ही पंजाब प्रांत में ध्वस्त कर दिया गया. भारत ने एस-400 और एल-70 एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए 50 से ज्यादा पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया।
वहीं बीती रात पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) से सटे कई इलाकों में स्वॉर्म ड्रोन भेजे गए. लेकिन भारतीय सेना की सतर्कता और मजबूत तैयारी के आगे पाकिस्तान की ये साजिश नाकाम हो गई. सेना के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की योजना LoC और IB से लगे कई स्थानों पर ड्रोन हमलों के जरिए नुकसान पहुंचाने की थी, लेकिन भारत की आधुनिक एयर डिफेंस तकनीक और जवानों की सतर्कता ने उसकी हर चाल को ध्वस्त कर दिया. सेना के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से दागे गए जिन 8 मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया उनका का निशाना जम्मू एयरस्ट्रिप था, लेकिन समय पर जवाबी कार्रवाई से बड़ा नुकसान टाल दिया गया. बता दें, भारतीय सेना की एयर डिफेंस यूनिट्स ने पाकिस्तान के एक F-16 फाइटर जेट को नियंत्रण रेखा के पास गिराया. जब पाकिस्तानी जेट ने भारतीय हवाई सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी।
पाकिस्तान की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर के अगले दिन ही अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज में हमला किया था. इन सभी क्षेत्रों में भारत की इंटीग्रेटेड काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम ने शानदार तालमेल दिखाते हुए दुश्मन की हर कोशिश को नाकाम कर दिया. मलबे की बरामदगी ने हमले की पुष्टि की है।
एस-400 दुनिया की सबसे उन्नत लंबी दूरी की एयर डिफेंस सिस्टम में से एक है. इसका निर्माण रूस की अल्माज-एंते द्वारा किया गया है और इसे भारत की स्ट्रैटेजिक एयर डिफेंस कमांड शामिल किया गया है. इसे फाइटर जेट, मिसाइल, ड्रोन और यहां तक कि बैलिस्टिक मिसाइलों सहित अन्य हवाई खतरों को ट्रैक करने, इंटरसेप्ट करने और नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह एयर डिफेंस सिस्टम अलग-अलग दूरी और ऊंचाई पर टारगेट को हिट करने में सक्षम है, जिस कारण यह दुश्मन के हवाई हमलों के खिलाफ भारत का रक्षा कवच बना रहा।