सरायकेला : सरायकेला जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र में मवेशी चोरी करते तो युवकों को ग्रामीणों ने पकड़ा, जिसके बाद ग्रामीणों ने आरोपियों की जमकर पिटाई शुरू कर दी, सूचना मिलते ही बीच बचाव करने पुलिस मौके पर पहुंची, जहां थाना प्रभारी के गाड़ी का घेराव कर ग्रामीणों ने जमकर आक्रोश दिखाया। मामला बिगड़ता देख बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए, कड़ी मशक्कत के बाद दोनों युवकों को पुलिस बचाकर थाने ले गई।
सरायकेला-खरसावां ज़िले के गम्हरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत दुग्धा गांव में देर रात गांव रणक्षेत्र में तब्दील हो गया, जब ग्रामीणों ने मवेशी चोरी की सूचना पर रंगे हाथ दो युवकों को पकड़ लिया। स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि पिछले कई दिनों से आसपास के गांवों से लगातार मवेशी चोरी हो रहे थे, और काटकर अन्यत्र भेजे जा रहे थे। इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इससे नाराज ग्रामीणों ने खुद निगरानी करते हुए झुरखुली फाटक के पास स्थित बंद वल्लभ स्टील कंपनी परिसर में छापा मारा जहां मवेशी काटने की सूचना थी, ग्रामीणों के पहुंचते ही वहां मौजूद लोग भागने लगे, ग्रामीणों ने दो युवक को पकड़ लिया और उसे गम्हरिया थाना को सौंप दिया। गम्हरिया थाना प्रभारी कुणाल कुमार ने कहा कि मवेशी ट्रेन से कट गया था जिसे कुछ लड़के उठा ले गए थे। पुलिस ने पकड़े गए युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, घटना के बाद ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा, उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई, ग्रामीणों ने आशंका जताई कि पुलिस पैसे लेकर मामले को रफा-दफा कर सकती है।
ग्रामीणों ने पकड़े गए युवक के बयान के आधार पर मुख्य सरगना सहित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की और पुलिस से उनके घरों पर छापेमारी की अपील की। ग्रामीणों ने बताया कि पकड़े गए युवक सहित अन्य संलिप्त लोग आदिवासी समाज से हैं। इनमें कुछ दुग्धा और मुरुमडीह गांव से हैं जबकि मुख्य सरगना झुरखुली गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है लेकिन घटना ने प्रशासनिक निष्क्रियता और स्थानीय नाराज़गी को उजागर कर दिया है।
