जमशेदपुर : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बीते कल पूर्व की राज्य सरकार पर लोगों की धार्मिक आस्था से खिलवाड़ और तिरुपति मन्दिर के प्रसादम् में पशु चर्बी के इस्तेमाल का आरोप लगाया था। देर शाम इसको लेकर लैब रिपोर्ट भी सामने आ गई जिसमें संबंधित आरोपों के पुष्टि के दावे किये गये। इस प्रकरण पर जमशेदपुर के हिंदुवादी संगठन सनातन उत्सव समिति के संस्थापक चिंटू सिंह ने इस मामले को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कहा कि मन्दिर के प्रसाद में पशु चर्बी के मिलावट से करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर आघात हुआ है।
इसकी उच्चस्तरीय जाँच होनी चाहिए। संलिप्त लोगों पर हिंदू धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में केस दर्ज की जानी चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि इससे सबक लेकर सभी प्रमुख मन्दिर प्रबंधनों को अपने प्रसादम् की गुणवत्ता की जानकारी हेतु लैब जाँच करानी चाहिए। संभव है कि अंजाने में कुछ मिलावटी घी के प्रयोग से लोगों की आस्था प्रभावित हो रही है। वहीं सनातन उत्सव समिति ने केंद्र सरकार से मांग किया कि एक सख्त कानून लाकर ऐसे प्रकरण पर रोक हेतु अविलंब पहल होनी चाहिए, वहीं मंदिरों से सरकारी नियंत्रण हटाने के लिए जरूरी है कि राष्ट्रीय स्तर पर सनातन बोर्ड का गठन किया जाये।