पहले न्यूजीलैंड…ऑस्ट्रेलिया…और फिर बांग्लादेश को हराते हुए अफगानिस्तान की टीम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंच गई है। न सिर्फ सेमीफाइनल, बल्कि सुपर 8 में भी पहली बार ही अफगानिस्तान ने जगह बनाई।
कप्तान राशिद खान कह चुके हैं कि अफगानिस्तान के लिए खुशियों का जरिया सिर्फ क्रिकेट है। राशिद ही नहीं, पूरी टीम कह रही है, ये सिर्फ शुरुआत है, मंजिल बाकी है। यानी जीत से कम किसी को भी कुछ मंजूर नहीं है।
दूसरी ओर है साउथ अफ्रीका, जो लीग स्टेज में अपराजित दिखती है, लेकिन नॉकआउट में टीम के नाम पर एक दाग लगा है, चोकर्स का। देखना ये है कि अफगानिस्तान नया इतिहास लिखती है या फिर साउथ अफ्रीका अपने नाम पर लगा चोकर्स का धब्बा धो देती है।
आखिर क्यों चोकर्स कहलाती है साउथ अफ्रीका….
चोकर्स यानी बड़े मौकों पर दबाव के आगे बिखर जाने वाले। साउथ अफ्रीका की काबिलियत के साथ ये काला साया 32 साल से साथ चल रहा है। वनडे, टेस्ट या फिर टी-20 हर फॉर्मेंट में अपने क्रिकेट का डंका बजा चुकी ये टीम कभी भी वर्ल्ड कप फाइनल नहीं खेली। 13 बार सेमीफाइनल खेल चुकी है, लेकिन हर बार हार गई। कभी बारिश ने धोखा दिया, कभी किस्मत ने। जीत कभी हासिल नहीं हुई।
कुछ ऐसे ही मैचों की कहानी जान लीजिए
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शुरुआत 1992 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल से: बदकिस्मत बारिश
इंटरनेशनल क्रिकेट में 22 साल बाद साउथ अफ्रीका ने वापसी की। उस पर अश्वेत खिलाड़ियों से भेदभाव करने की वजह से बैन लगा था। इसके बाद साउथ अफ्रीका 1992 में पहली बार वर्ल्ड कप खेलने उतरी। पहले वर्ल्ड कप में ही टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई थी। उसका मुकाबला इंग्लैंड से था। टीम 252 रन के टारगेट का पीछा कर रही थी।
अंत में साउथ अफ्रीका को 13 गेंद में 22 रन की जरूरत थी। इसी समय बारिश आ गई और मैच रुक गया। उस वक्त के ‘रेन रूल्स के मुताबिक, साउथ अफ्रीका को एक गेंद में 22 रन का टारगेट मिला। ये नामुमकिन था। टीम हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
कप्तान राशिद खान कह चुके हैं कि अफगानिस्तान के लिए खुशियों का जरिया सिर्फ क्रिकेट है। राशिद ही नहीं, पूरी टीम कह रही है, ये सिर्फ शुरुआत है, मंजिल बाकी है। यानी जीत से कम किसी को भी कुछ मंजूर नहीं है।
दूसरी ओर है साउथ अफ्रीका, जो लीग स्टेज में अपराजित दिखती है, लेकिन नॉकआउट में टीम के नाम पर एक दाग लगा है, चोकर्स का। देखना ये है कि अफगानिस्तान नया इतिहास लिखती है या फिर साउथ अफ्रीका अपने नाम पर लगा चोकर्स का धब्बा धो देती है।
सबसे पहले मैच डिटेल्स…
पहला सेमीफाइनल- साउथ अफ्रीका Vs अफगानिस्तान
27 जून 2024, ब्रायन लारा स्टेडियम, त्रिनिदाद एंड टोबैगो
टॉस- 5:30 AM, मैच स्टार्ट- 6:00 AM.
आखिर क्यों चोकर्स कहलाती है साउथ अफ्रीका
चोकर्स यानी बड़े मौकों पर दबाव के आगे बिखर जाने वाले। साउथ अफ्रीका की काबिलियत के साथ ये काला साया 32 साल से साथ चल रहा है। वनडे, टेस्ट या फिर टी-20 हर फॉर्मेंट में अपने क्रिकेट का डंका बजा चुकी ये टीम कभी भी वर्ल्ड कप फाइनल नहीं खेली। 13 बार सेमीफाइनल खेल चुकी है, लेकिन हर बार हार गई। कभी बारिश ने धोखा दिया, कभी किस्मत ने। जीत कभी हासिल नहीं हुई।
कुछ ऐसे ही मैचों की कहानी जान लीजिए
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शुरुआत 1992 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल से: बदकिस्मत बारिश
इंटरनेशनल क्रिकेट में 22 साल बाद साउथ अफ्रीका ने वापसी की। उस पर अश्वेत खिलाड़ियों से भेदभाव करने की वजह से बैन लगा था। इसके बाद साउथ अफ्रीका 1992 में पहली बार वर्ल्ड कप खेलने उतरी। पहले वर्ल्ड कप में ही टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई थी। उसका मुकाबला इंग्लैंड से था। टीम 252 रन के टारगेट का पीछा कर रही थी।
अंत में साउथ अफ्रीका को 13 गेंद में 22 रन की जरूरत थी। इसी समय बारिश आ गई और मैच रुक गया। उस वक्त के ‘रेन रूल्स के मुताबिक, साउथ अफ्रीका को एक गेंद में 22 रन का टारगेट मिला। ये नामुमकिन था। टीम हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
बारिश की वजह से साउथ अफ्रीका को 1 बॉल में 22 रन का रिवाइज्ड टारगेट मिला…..
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1999 वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारे: डोनाल्ड रन आउट हुए
1999 में साउथ अफ्रीका को वर्ल्ड कप का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था। सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका की किस्मत ने फिर धोखा दे दिया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 213 रन बनाए। रन चेज में साउथ अफ्रीका ने भी 213 रन बनाए।
आखिर ओवर में साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 9 रन चाहिए थे। क्लूजनर ने शुरूआती 2 बॉल पर 2 चौके लगाकर स्कोर बराबर पर ला दिया। अब अफ्रीका को 4 बॉल पर 1 रन की जरूरत थी। ओवर की चौथी बॉल पर क्लूजनर ने शॉट खेला। उन्होंने नॉन-स्ट्राइकर छोर पर खड़े एलन डोनाल्ड को रन लेने के लिए बुलाया, लेकिन खुद नहीं भागे। डोनाल्ड रन आउट हो गए और मैच टाई हो गया। सुपर 6 स्टेज में ऑस्ट्रेलिया ने अफ्रीका को हराया। इस आधार पर ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में विजेता घोषित कर दिया गया।
अब साउथ अफ्रीका के ICC टूर्नामेंट के रिकॉर्ड पर नजर..
जाने क्यों खतरनाक है अफगानिस्तान….
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न्यूजीलैंड और बांग्लादेश को हराया
टी-20 वर्ल्ड कप 2024 का 14वां मैच अफगानिस्तान ने न्यूजीलैंड को 84 रन से हरा दिया। किसी ने ऐसा सोचा भी नहीं था की अफगानिस्तान इस वर्ल्ड कप में ऐसी शुरुआत करेगा। इसके बाद वेस्टइंडीज के सेंट विसेंट स्टेडियम में राशिद खान की कप्तानी में अफगानिस्तान की टीम ने इतिहास रच दिया।