BIHAR : DEO के खजाने से करोड़ों की संपत्ति ने अफसरों को भी हैरान कर दिया। नोटों की गड्डियां और सोने-चांदी जेवहरात जब खजाने से निकले, तो अधिकारियों को भी गिनते-गिनते रात हो गयी। इधर भ्रष्टाचार का मामला संज्ञान में आते ही शिक्षा विभाग ने तत्काल बेतिया के जिला शिक्षा अधिकारी को सस्पेंड कर दिया। गुरुवार सुबह ही निगरानी इकाई ने पूर्वी चंपारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण के कई ठिकानों पर एक साथ जांच शुरू की। कुल 7 ठिकानों पर रेड चल रही है। 40 सदस्यीय टीम छापेमारी में शामिल है।इधर बगहा के वाल्मीकि नगर में भी रजनीकांत प्रवीण के एक स्कूल में छापेमारी चल रही है।
जांच एजेंसी के मुताबिक खाद रखने वाली बोरी से 50 लाख कैश और गहने मिले हैं। अभी भी नोटों की गिनती खत्म नहीं हुई है। जानकारी के मुताबिक संपत्ति का आकलन 10 करोड़ से ज्यादा ज्यादा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक डीईओ रजनीकांत प्रवीण नालंदा के रहने वाले हैं। समस्तीपुर में उनका ससुराल है। इनकी पत्नी स्कूल चलाती हैं। साली भी टीचर है।
वहीं रजनीकांत 3 साल से बेतिया में पदस्थापित हैं। बेतिया के DEO ऑफिस के क्लर्क अंजनी कुमार के घर पर भी टीम पहुंची, लेकिन घर पर ताला लगा मिला। सभी लोग फरार हैं। रजनीकांत प्रवीण ने साल 2005 से लेकर अब तक लगभग 1.87 करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्ति अर्जित की है। यह संपत्ति उनकी 20 साल की सर्विस से मेल नहीं खाती है।यह संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित की गई है।
रजनीकांत साल 2005 से नौकरी में है। दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी और अन्य जिलों में वे शिक्षा अधिकारी के रूप में काम कर चुके हैं। उन पर 19-20 साल की नौकरी में अपने पद का दुरुपयोग कर अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। विजिलेंस टीम ने बगहा, मधुबनी और दरभंगा में एक साथ छापेमारी की, जिसमें सबसे ज्यादा 3 करोड़ रुपए कैश बेतिया वाले घर से जब्त किए गए हैं। कार्रवाई अभी जारी है।
नोटों के बंडल गिनने में मशीनों को लगाया गया और जबतक इसे पूरा गिना जाता, शिक्षा विभाग ने संकल्प पत्र के जरिए रजनीकांत प्रवीण के निलंबन का आदेश जारी कर दिया। अबतक इनके पास से दो करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति मिलने की बात सरकार ने भी स्वीकार की है, जिसके आधार पर शिक्षा विभाग के निदेशक (प्रशासन)-सह-अपर सचिव सुबोध कुमार चौधरी के हस्ताक्षर से डीईओ रजनीकांत प्रवीण को निलंबित कर दिया गया है।
रजनीकांत प्रवीण के बेतिया स्थित किराये के मकान के साथ दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी आदि जिलों में जांच की। अभी पूरा हिसाब नहीं हुआ है। दोपहर बाद तीन बजे तक ही 3 करोड़ से अधिक नकदी और अचल संपत्ति प्राप्त होने की सूचना शिक्षा विभाग को मिली।