बेंगलुरु : कर्नाटक पुलिस ने चार साल पहले मध्य प्रदेश को हिलाकर रख देने वाले हनी ट्रैप कांड की कथित सरगना आरती दयाल को चोरी के एक मामले में बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। उसके रूममेट द्वारा 10 लाख रुपये के गहने और नकदी की चोरी की शिकायत के बाद बेंगलुरु की महादेवपुरा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। शिकायत 6 सितंबर को दर्ज की गई और पूछताछ के बाद आरोपी महिला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। चेन्नई में फरार चल रहे आरोपी का पता लगाया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी स्पाॅ सेंटरों में थेरेपिस्ट के तौर पर काम करती थी और एक सहकर्मी के कमरे पर रुकती थी। गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ के दौरान पुलिस को आरोपी की पृष्ठभूमि के बारे में पता चला।
कर्नाटक पुलिस ने सरगना की गिरफ्तारी की सूचना मध्य प्रदेश पुलिस विभाग को दे दी है। पुलिस बेंगलुरु में अन्य अपराधों में उसकी संलिप्तता की जांच कर रही है। पुलिस ने आरती, सोनू, सामंथा, अग्रवाल बनकर चेन्नई और अन्य शहरों में स्पाॅ में काम करने वाले आरोपियों के बारे में भी जानकारी जुटाई है। हनी ट्रैप कांड 2019 में सामने आया था जब मध्य प्रदेश पुलिस ने इंदौर नगर निगम से जुड़े एक इंजीनियर को हनी ट्रैप में फंसाने के मामले में आरोपी की सहयोगी श्वेता को गिरफ्तार किया था। बाद की जांच में पता चला कि आरती दयाल के गिरोह ने सरकारी अधिकारियों, राजनेताओं और प्रभावशाली व्यक्तियों को निशाना बनाया और हनी ट्रैप ऑपरेशन को अंजाम दिया। राजनेताओं के वीडियो भी सामने आए, जिससे यह राष्ट्रीय खबर बन गई।
दयाल को 2020 में अदालत से जमानत मिल गई। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ ने हाल ही में सरकारी वकील से आरोपी के ठिकाने के बारे में पूछताछ की थी क्योंकि वह रडार से दूर हो गई थी। अदालत ने सवाल किया था कि आरोपी आरती दयाल जीवित है या मृत।