उत्तराखंड : पिछले 12 दिनों से सुरंग में फंसे 41 श्रमिक को निकालने के काम में जैसे जैसे समय बीत रहा है देश वासी की धड़कने तेज होती जा रही है। मौके पर जहां पीएमओ कार्यालय के अधिकारी, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री कैंप कर रहे है वहीं ड्रिलिंग मशीन में रुकावट आने के बाद मजदूर के निकालने में बढ़ा उत्पन्न हो जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है की आज ये काम पूरा हो जाएगा।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | DG NDRF, Atul Karwal says "Auger machine has started operating again. We are estimating to send 2-3 pipes of 6 metres inside. Hopefully, by the end of the day, if we do not get any obstacles, the rescue operation will be… pic.twitter.com/OMuwxBf5i5
— ANI (@ANI) November 23, 2023
जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में 12 दिनों से फंसे 41 श्रमिकों को बचाने का काम तेजी से चल रहा है. इस बीच हादसे की जगह का ताजा वीडियो सामने आया है जिसे न्यूज ऐजेंसी एएनआई ने जारी किया है. इस वीडियो में नजर आ रहा है कि राहत बचाव कार्य में लगे लोग श्रमिकों के लिए खाना पैक कर रहे हैं. इस बीच बचाव अभियान में इस्तेमाल की जा रही ड्रोन तकनीक पर स्क्वाड्रन इंफ्रा माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और सीईओ सिरिएक जोसेफ ने कहा कि यह (ड्रोन) नवीनतम तकनीकों में से एक है जो सुरंग के अंदर जा सकता है।
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में निर्माणाधीन टनल में फँसे श्रमिक भाइयों से बातचीत… pic.twitter.com/4E5uzLZu7t
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 23, 2023
इस बीच गुरुवार को राहत बचाव कार्य में फिर से बाधा आई. क्योंकि जिस प्लेटफॉर्म पर ड्रिलिंग मशीन टिकी हुई है, उसमें दरारें दिखने के बाद ड्रिलिंग रोकने का काम किया. बुधवार देर रात ऑगर मशीन के रास्ते में आए लोहे के गर्डर को काटने में छह घंटे की देरी के बाद कल ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया. इसके कुछ घंटे पश्चात राहत बचाव कार्य में फिर से बाधा उत्पन्न होने की खबर आई. आपको बता दें कि उत्तराखंड के चार धाम मार्ग में निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद 12 नवंबर को यानी दिवाली के दिन से यहां राहत बचाव कार्य जारी है. विभिन्न एजेंसियां इसमें लगी हुई है. बचाव अभियान शुरू होने के बाद से यह तीसरी बार है कि ड्रिलिंग कार्य रोकाने की जरूरत पड़ी।
#WATCH | | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue: NDRF demonstrates the movement of wheeled stretchers through the pipeline, for the rescue of 41 workers trapped inside the Silkyara Tunnel once the horizontal pipe reaches the other side. pic.twitter.com/mQcvtmYjnk
— ANI (@ANI) November 24, 2023
इधर दिल्ली में, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने राहत बचाव को लेकर कहा कि मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ घंटों में या शुक्रवार तक हम इस ऑपरेशन में सफलता प्राप्त कर लेंगे। श्रमिकों को एक-एक कर बाहर लाएंगे जिसके लिए पूर्वाभ्यास किया जा चुका है. श्रमिकों को पहिए लगे कम ऊंचाई के स्ट्रेचर पर लिटाकर रस्सियों की सहायता से बाहर निकालने का काम किया जाएगा. सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को ऑक्सीजन, भोजन, पानी, दवाइयां तथा अन्य सामान डाली गयी पाइपलाइन के जरिए लगातार भेजा जा रहा है।