एजेंसी: उड़ीसा के बालासोर में भीषण ट्रेन दुर्घटना से पूरा देश सहम गया था। सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी सैकड़ों लोग घायल है जिनमें कई की हालत अभी भी खराब है। इस रहस्यमई ट्रेन दुर्घटना की जांच रेल मंत्रालय ने सीबीआई को सौंप दिया था। इस मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बालासोर सिग्नल जेई आमिर खान का घर सील कर दिया है. जांच टीम ने कुछ दिन पहले ही हादसे को लेकर सिग्नल जेई से पूछताछ की थी।जिसके बाद से ही सिग्नल जेई अपने परिवार के साथ लापता है।
ट्रेन दुर्घटना 2 जून को हुई थी।सीबीआई ने ट्रेन हादसे की जांच 6 जून से शुरू की। इस मामले में सीबीआई केस दर्ज की थी। सरकार की ओर से मामले की सीबीआई जांच का आदेश तब दिया गया जब इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ छेड़छाड़ की आशंका व्यक्त की गई. हादसे के बाद रेलवे के अधिकारियों ने कहा था कि हो सकता है कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ की गई हो।
यह हादसा उस वक्त हुआ जब तेज रफ्तार से जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर में डिरेल होकर लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। वहीं, उसके कुछ डिब्बे बगल की पटरी से गुजर रही दूसरी पैसेंजर ट्रेन से भी टकरा गए थे. हादसा इतना भीषण था डिब्बों के परखच्चे उड़ गए हैं. हादसे का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि कोरोमंडल ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के वैगन पर चढ़ गया था।
हादसे में अब तक 292 यात्रियों की मौत हो चुकी है।जिस वक्त हादसा हुआ था उस समयें करीब 1200 लोग घायल हुए थे. इसमें 100 से अधिक बुरी तरह से चोटिल हुए थे. घटना के बाद रेल मंत्री के अलावा खुद प्रधानमंत्री मोदी भी घटनास्थनल का दौरा करने के लिए बालासोर गए थे। रेल मंत्री तीन दिन तक घटनास्थल पर मौजूद रहे और 51 घंटे के भीतर रेलवे लाइन को फिर से शुरू कर दिया गया था।
हादसे को लेकर विपक्ष लगातार पर हमलावर था। विपक्ष ने कहा कि जब भारत में ‘सुरक्षा कवच’ मौजूद हो उसे ट्रेन में क्यों नहीं लगाया गया था? इसके जवाब में रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि यह हादसा सुरक्षा कवच नहीं होने से नहीं बल्कि किसी और कारण से हुआ है।इसके अलावा विपक्ष ने रेलवे की ओर से यात्रियों को उपलब्ध कराई जा रही सुरक्षा पर भी सवाल उठाया था।