BIHAR : पटना में टाटा कंपनी के साेलर प्लेट की डीलरशिप देने के नाम पर कराेड़ाें की ठगी करने वाले पांच साइबर अपराधियाें काे साइबर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. साइबर थाने की पुलिस ने रामकृष्णानगर थाने के जगनपुरा स्थित एक किराये के फ्लैट में गुरुवार की रात काे छापेमारी की. गिरफ्तार हाेने वालाें में शेखपुरा का सरगना और तेलंगाना के तीन शातिर हैं. इन चाराें के पास से पुलिस ने लैपटाॅप, छह माेबाइल फोन, कंपनी की फर्जी डीलरशिप देने के कागजात, समेत कई चीजें बरामद की है.
बार-बार अपना नाम बदल रहे हैं अपराधी
मिली जानकारी के अनुसार अनुसार तेलंगाना के शातिराें काे शेखपुरा के सरगना ने दाे माह पहले पटना बुलाया था. जगनपुरा में किराये का मकान दिलाया था. करीब 10 दिनाें तक सरगना ने तेलंगाना के तीनाें युवकाें काे ट्रेनिंग दी थी. लोगों से 70-70 हजार रुपये डीलरशिप के लिए लेता था. गिरफ्तार पांचों साइबर अपराधी बार-बार अपना नाम बदल रहे हैं. पुलिस इन सबाें का सत्यापन करने में जुटी है. साइबर थाने के डीएसपी राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि चाराें काे गिरफ्तार किया गया है. पुलिस सभी से पूछताछ करने में जुटी है।
छह लोगों से साइबर शातिरों ने साढ़े पांच लाख रुपये ठगे
साइबर शातिरों ने अलग-अलग तरह का झांसा देकर छह लोगों से लगभग साढ़े पांच लाख रुपये ठग लिये. पीड़ित ने साइबर थाने में मामला दर्ज करवाया है. शास्त्रीनगर के सन्नी देवल सिंह से ऑललाइन ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर 2.40 लाख की ठगी कर ली. सन्नी ने पुलिस को बताया कि उसे एक अज्ञात मोबाइल नंबर से टेलीग्राम के एक ग्रुप से जोड़ा गया. उसने 2.40 लाख रुपये निवेश कर दिया. इसके बाद उसे उक्त ग्रुप से निकाल दिया.
इसी तरह खसरुपुर की पूजा कुमारी से शातिरों ने ऑनलाइन कमाई का झांसा देकर 2.40 लाख की ठगी कर ली. शातिरों ने पूजा को पहले निवेश पर मुनाफा दिया, जिससे वह लालच में आकर 2.40 लाख रुपये निवेश कर दिये. इसके बाद शातिरों ने उसे टेलीग्राम ग्रुप से निकाल दिया और मोबाइल बंद कर लिया।