RANCHI : नियोजन नीति के विरोध में आज झारखंड बंद का आह्वान किया गया है। नियोजन नीति के खिलाफ झारखंड बंद का आह्वान किया गया है झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से आज सुबह 6:00 बजे से ही शहर के विभिन्न इलाकों में बंद कराया गया मोरहाबादी में बंद समर्थकों ने सब्जी मंडी और आसपास लगने वाले दुकानों को बंद कराया।
सड़क पर उतरे बंद समर्थक
बंद समर्थकों की ओर से किसी तरह का हंगामा ना किया जाए इसके लिए पुलिस भी मुस्तैद है अल्बर्ट एक्का चौक पर कोतवाली डीएसपी की ओर से पुलिस के जवानों को ब्रीफिंग की गई वही मोराबादी में बंद कराए की सूचना मिलने के बाद सिटी डीएसपी दीपक कुमार जवानों के साथ पहुंचे और 1 समर्थकों को खदेड़ा अब तक मिली जानकारी के अनुसार रामगढ़ बोकारो रांची से सटे सिल्ली कई इलाकों में बंद को सफल बनाने की कोशिश की जा रही है वहीं शहर के विभिन्न क्षेत्र में युवा जुट रहे हैं और लोगों से दुकानें बंद करने का आह्वान कर रहे हैं
तीन दिनों से छात्र महा आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन के पहले दिन मुख्यमंत्री आवास घेरने की कोशिश हुई दूसरे दिन मशाल जुलूस निकाला गया तीसरे दिन यानी आज झारखंड बंद का आह्वान किया गया है। सड़क पर छात्र आज बंद कराने उतरे हैं।
छात्रों ने की आम लोगों से अपील
कल छात्रों ने रांची के मोरहाबादी मैदान सहित कई इलाकों में घूम- घूम कर अपील की है कि कल झारखंड बंद है। हमें नौकरी नहीं मिल रही है, सरकार की सही नियोजन नीति का असर है कि हमें अबतक रोजगार नहीं मिला है। यही वजह है कि हम झारखंड बंद कर रहे हैं, हमें उम्मीद है कि आपका साथ हमें मिलेगा। इस बंद को कई आदिवासी संगठन का बी साथ मिला है। राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. छात्र संगठनों के बंद को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने राज्य के सभी 24 जिलों को अलर्ट किया है।
नियोजन नीति वापस लेने की मांग
राज्य में 60-40 नियोजन नीति को वापस करने की मांग की जा रही है। स्टूडेंट्स यूनियन ने 72 घंटे के महाआंदोलन का ऐलान पहले ही किया था। छात्र नेता देवेन्द्र नाथ महतो कहा कि 19 अप्रैल की सुबह से सड़क पर उतर कर झारखंड बंद को ऐतिहासिक रूप से बंद को सफल कराया जायेगा।
आपात सेवाओं को बंद से रखा गया है मुक्त
इस बंद से आपात सेवाओं को मुक्त रखा गया है। झारखंड बंद को लेकर रांची पुलिस पूरी तरह अलर्ट है। रांची में ढाई हजार से अधिक पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। इसमें झारखंड जगुआर, जिला पुलिस, आईआरबी के अलावा रैफ के जवान भी शामिल हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मंगलवार को एसएसपी किशोर कौशल ने डीएसपी और थानेदारों के साथ बैठक की। इस दौरान प्रदर्शन करने वाले लोगों पर विशेष नजर ऱखे जाने की हिदायत दी है। अगर कोई प्रदर्शनकारी सरकारी संपत्ति का नुकसान करता है या हिंसा करता है तो उस पर सख्त कानुनी कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
कई संगठनों ने किया है बंद का समर्थन
आदिवासी संगठनों ने 60/40 की स्थानीय नियोजन नीति के खिलाफ 19 अप्रैल के झारखंड बंद का समर्थन किया है। आदिवासी अधिकार रक्षा मंच के संयोजक लक्ष्मीनारायण मुंडा ने नैतिक समर्थन देने की घोषणा की है। मुंडा ने कहा कि हेमंत सरकार का 60/40 का स्थानीय नियोजन नीति वाला फॉर्मूला आदिवासी-मूलवासी और झारखंड विरोधी है। स्थानीय नियोजन नीति राज्य के लिए होती है, फिर इसका बंटवारा क्यों।