अयोध्या : अयोध्या राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले इमाम डॉ इमाम उमेर अहमद इलियासी के खिलाफ फतवा जारी किया गया है. यही नहीं उन्हें धमकी भी दी जा रही है. इसकी जानकारी इमाम ने खुद दी है. ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के मुख्य इमाम डॉ इमाम उमेर अहमद इलियासी को अयोध्या राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, फतवा रविवार को जारी किया गया था लेकिन मुझे 22 जनवरी की शाम से धमकी भरे कॉल आ रहे हैं. मैंने कुछ कॉल रिकॉर्ड किए हैं जिनमें कॉल करने वालों ने मुझे जान से मारने की धमकियां दी।
#WATCH | Delhi | Fatwa issued against Chief Imam of All India Imam Organization, Dr Imam Umer Ahmed Ilyasi after he attended the Pranpratishtha ceremony of Ram Lalla at Ram Temple in Ayodhya.
— ANI (@ANI) January 29, 2024
He says, "As a chief Imam, I received the invitation from Shri Ram Janmbhoomi Teerth… pic.twitter.com/iVe2bA3s1X
अयोध्या राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले इमाम ने फतवा जारी होने पर कहा, मुझे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से निमंत्रण मिला. मैंने दो दिनों तक विचार किया और फिर देश के लिए सद्भाव के लिए अयोध्या जाने का फैसला किया. वहां जाकर मैंने प्यार का पैगाम दिया है, मैंने कोई गुनाह नहीं किया. मैं माफी नहीं मांगूंगा या इस्तीफा नहीं दूंगा, वे जो चाहें कर सकते हैं. उन्होंने कहा, जो लोग मुझसे प्यार करते हैं, देश से प्यार करते हैं – वे मेरा समर्थन करेंगे।
डॉ इमाम उमेर अहमद इलियासी ने कहा, अगर फतवा जारी करने वालों को मेरे पैगाम ए मोहब्बत से तकलीफ है, मेरा विरोध कर रहे हैं. देश के साथ अगर मैं प्रेम कर रहा हूं, देश से प्रेम करना अगर मेरा अपराध है, तो ऐसा सोच रखने वालों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की. मंदिर के गर्भगृह में अनुष्ठान के बाद पीएम मोदी ने कहा था, 22 जनवरी, 2024, केवल कैलेंडर में एक तारीख नहीं है, बल्कि एक नए युग के आगमन की शुरुआत है. प्रधानमंत्री ने भगवान राम के बाल रूप की 51 इंच की मूर्ति को दंडवत प्रणाम भी किया. पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर परिसर पूर्व से पश्चिम तक 380 फीट लंबा, 250 फीट चौड़ा है और ‘शिखर’ 161 फीट ऊंचा होगा. मंदिर 392 स्तंभों पर आधारित है और इसमें 44 दरवाजे लगे हैं।
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