बालोसोर। लंबे समय बाद ट्रेन एक्सीडेंट ने हर किसी को झकझोर दिया है। बहनागा स्टेशन के पास SMVB-हावड़ा एक्सप्रेस (12864), कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर हुई है। सबसे पहले हावड़ा एक्सप्रेस की मालगाड़ी से टक्कर हुई, उसके बाद मालगाड़ी कोरोमंडल से जा टकराई। हादसे में 233 लोगों की मौत हो चुकी है. 900 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। कोरोमंडल एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल में कोलकाता के हावड़ा स्टेशन और तमिलनाडु के चेन्नई के बीच चलती है।
हादसा जिस वक्त हुआ, उस वक्त कोई सोया था तो कोई नाश्ता कर रहा था। तभी एक झटके में ट्रेन बेपटरी हुई और चीख-पुकार मच गई. बोगी पलटने से कई यात्री अंदर फंस गए थे. उन्हें रेस्क्यू करने में दिक्कत हो रही है. रेस्क्यू टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है.ट्रेन नंबर 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस शालीमार (पश्चिम बंगाल) रेलवे स्टेशन से चेन्नई सेंट्रल तक जाती है. यह ट्रेन करीब 1659 किमी का सफर 25 घंटे में कवर करती है.
शुक्रवार को कोरोमंडल ट्रेन शालीमार स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 से 10 मिनट देरी यानी दोपहर 3.30 बजे से निकली. कुछ ही मिनट बाद ट्रेन ने समय कवर कर लिया. 253 किमी दूर बाहानगा बाजार स्टेशन के पास हादसे का शिकार हो गई. कोरोमंडल एक्सप्रेस से यात्रा करने वाली वंदना खटेड़ ने बताया, “मैं कोरामंडल से लौट रही थी. ट्रेन के वाशरूम से बाहर निकली तो देखा कि ट्रेन पूरी टेढ़ी हो गई. संतुलन बिगड़ने से मैं खुद को संभाल नहीं पा रही थी. सब सामान इधर-उधर हो गया था. लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरे पड़े थे. कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या है. इसके बाद हम लोग बाहर निकलकर आए”.
यह रेल हादसा शुक्रवार की शाम को हुआ है. बहनागा स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी आपस में टकरा गई. हालांकि अब इस दुर्घटना को लेकर ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बड़ा जानकारी दी है.
उन्होंने कहा है कि इस हादसे में कुल 3 ट्रेनें शामिल हैं. अधिकारी ने बताया कि कोरोमंडल एक्सप्रेस की 7 बोगियां क्षतिग्रस्त हुई हैं. ऐसा लगता है कि मौत के आंकड़ों में बढ़ोतरी होगी. राज्य के प्रमुख सचिव ने हादसे को लेकर बताया कि पहले हावड़ा एक्सप्रेस और मालगाड़ी आपस में टकराई और फिर कोरोमंडल एक्सप्रेस पीछे से आ गई जिससे यह हादसा और भयावह हो गया.
बालासोर मेडिकल कॉलेज में 10 यात्रियों को भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक हादसे में जख्मी 132 यात्रियों को सोरो सीएचसी, गोपालपुर सीएचसी और खांटापाड़ा पीएचसी में भर्ती करा दिया गया है. फिलहाल इस रूट की सभी ट्रेनों को रोक दिया गया है. इसके अलावा 32 लोगों की एनडीआरएफ की एक और टीम रेस्क्यू के लिए भेज दी गई है. वहीं ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि करीब 50 एंबुलेंस को लोगों को ले जाने के लिए लगाया गया है लेकिन घायलों की संख्या बहुत ज्यादा है. इसलिए घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए बड़ी संख्या में बसें जुटाई जा रही हैं.