Mahashivratri Puja : महाशिवरात्रि शिव भक्तों के लिए बहुत बड़ा दिन है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव ने कैलाश पर्वत पर माता पार्वती से विवाह किया था। इस दिन भक्त पूरी श्रद्धा के साथ भोलेनाथ की आराधना करते हैं। महाशिवरात्रि के दिन रात्रि जागरण का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 8 मार्च, शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा।
महाशिवरात्रि 2024 पूजा का शुभ मुहूर्त (Mahashivratri 2024 Shubh Muhurat)
प्रथम प्रहर में पूजा समय 8 मार्च की शाम 06.25 मिनट से रात्रि 09.28 मिनट तक है. दूसरे प्रहर में पूजा का समय रात 09.28 मिनट से 9 मार्च मध्य रात्रि 12.31 बजे तक है. वहीं तीसरे प्रहर में पूजा का समय 9 मार्च मध्य रात्रि 12.31 मिनट से प्रातः 03.34 मिनट तक है. जबकि चतुर्थ प्रहर पूजा समय 9 मार्च को ही प्रातः 03.34 मिनट से सुबह 06.37 मिनट तक है।
महाशिवरात्रि का महत्व (Significance of Mahashivratri)
महाशिवरात्रि शिव भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण त्योहार होता है. इस दिन शंकर भगवान को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्त व्रत रख उनकी खास पूजा-अर्चना करते हैं। महिलाओं के लिए महाशिवरात्रि का व्रत बेहद ही फलदायी माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि का व्रत रखने से अविवाहित महिलाओं का विवाह जल्दी होता है. इस दिन व्रत रखकर पूजा-पाठ करने से विवाह में आ रही सारी अड़चनें दूर हो जाती हैं।
महाशिवरात्रि पर दिन भर शिवजी की पूजा की जाती है। इस दिन प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद रात और दिन के बीच का समय पूजा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस समय की गई पूजा से भगवान शिव प्रसन्न होकर जल्द ही अपनी कृपा बरसाते हैं। महाशिवरात्रि की रात भर जागरण कर के रात के चारों प्रहर में पूजा करने से शिव जी भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
महाशिवरात्रि शुभ मुहूर्त (Mahashivratri Jal Abhishek Muhurat)
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 मार्च 2024 को रात 9 बजकर 57 मिनट पर शुरू होगी। यह अगले दिन यानी 9 मार्च 2024 को शाम 6:17 बजे समाप्त होगी। ऐसे में महाशिवरात्रि व्रत 8 मार्च को रखा जाएगा।
प्रथम प्रहर पूजा समय – 8 मार्च शाम 06.25 से रात्रि 09.28 तक।
दूसरे प्रहर पूजा समय – रात्रि 09.28 से 9 मार्च मध्य रात्रि 12.31 तक।
तीसरे प्रहर पूजा समय – 9 मार्च मध्य रात्रि 12.31 से प्रातः 03.34 तक।
चतुर्थ प्रहर पूजा समय – 9 मार्च को ही प्रातः 03.34 से सुबह 06.37 तक।
महाशिवरात्रि पूजा सामग्री
दही, दूध, शहद, घी, जल, गंगा जल, अक्षत, मोली, चंदन, बिल्वपत्र, सुपारी, पान, फूल, फल, मिठाई, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, पानी वाला नारियल, पीली सरसों, गन्ने का रस, तिल, इलायची, जौ, रुद्राक्ष आदि चीजें।
ऐसे करें शिवलिंग का अभिषेक
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महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर महादेव का ध्यान करके अपने दिन की शुरुआत करें।
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स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें।
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अब दही, दूध, शहद, घी और गंगाजल को मिलाकर मंदिर में या घर पर ही शिवलिंग का अभिषेक करें।
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इसके बाद अक्षत, मोली, चंदन, बिल्व पत्र, सुपारी, पान के पत्ते, फल, फूल और नारियल जैसी विशेष चीजें अर्पित करें।
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अब घी का दीपक जलाएं और महादेव की आरती करें।
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इसके बाद विशेष मंत्रों का जाप करें।
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अंत में फल, मिठाई आदि अर्पित करें।
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इसके बाद प्रसाद को लोगों में बांट दें।
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