– उपायुक्त ने बैठक कर दिये आवश्यक दिशा-निर्देशक
– हड़िया बेचने वाली महिलाओं के वैकल्पिक रोजगार पर विचार
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम के सभी प्रखंडों में दीदी कैफे की स्थापित किये जाएंगे. इसे लेकर शुक्रवार को पश्चिमी सिंहभूम जिला के उपायुक्त चंदन कुमार ने चाईबासा स्थित जिला समाहरणालय सभागार में बैठक कर कई दिशा-निर्देश दिए.इस मौके पर उपायुक्त चंदन कुमार ने कहा कि क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार और स्वाभिमान के लिए ही दीदी कैफे की स्थापना की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि गांव और हाटबाजार में हड़िया बेचने वाली महिलाओं का सर्वेक्षण किया जाए, जिसमें उनकी मासिक आय, एसएचजी से जुड़ने की इच्छा तथा हड़िया बेचने के स्थान पर वैकल्पिक आजीविका अपनाने की सोच को समझा जा सके।
बैठक में मौजूद झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी व पलाश संस्था के प्रतिनिधियों को निर्देश देते हुये कहा कि जिले के सभी ऐसे गांवों की सूची 14 जुलाई 2025 तक पेश किया जाए, जहां अब तक कोई भी स्वयं सहायता समूह का गठन नहीं हो पाया है, ताकि जिला स्तर से उचित कार्रवाई करते हुए प्राथमिकता के साथ वहां की महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़ा जा सके. इसके साथ ही जिले में ऐसे समूह चिन्हित करने हेतु निर्देशित किया, जिनको सामूहिक आजीविका गतिविधि एवं रोज़गार के वैकल्किप साधनों से जोड़ा जा सके. उपायुक्त ने रेशम उत्पादन की संभावनाओं पर विशेष चर्चा करते हुए कहा कि जिले में इसका व्यापक अवसर हैं।
उन्होंने जेएसएलपीएस के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि रेशम उत्पादन की वर्तमान स्थिति, संभावित वृद्धि, तथा इससे होने वाली किसान की अनुमानित आमदनी का आकलन कर एक ठोस योजना तैयार किया जाए. वहीं उपायुक्त ने खुंटपानी प्रखंड में संचालित एग्रो-प्रोसेसिंग यूनिट को बिजली आपूर्ति में किसी प्रकार की बाधा न आए, इसे लेकर बिजली विभाग से समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया.बैठक में सहायक समाहर्ता सिद्धांत कुमार, जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशियानी मड़की, सभी जिला प्रबंधक, सभी प्रखंडों के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक व जिला स्तर की तकनीकी टीम के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
