चित्तौड़गढ़ : राजस्थान के चित्तोड़गढ़ से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई यहां एक महिला ने पोते की चाह में दस माह की पोती की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के आरोपी महिला ने मासूम के शव को छत की पानी की टंकी में डाल दिया। वहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए उसके अपहरण की झूठी खबर लोगों के बीच फैलाकर पुलिस से खोजने की शिकायत भी कर आई। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि 29 अक्टूबर 2022 को 10 महीने की बच्ची ‘मिष्टी’ को मारकर लाश पानी की टंकी में मिलने से थाना निकुम्भ पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या में प्रकरण दर्जकर थानाधिकारी निकुम्भ यशवंत सिंह उप निरीक्षक ने तफ्तीश शुरू की।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि मृतका मिष्टी की दादी आलाखेड़ी थाना निकुम्भ जिला चितौड़गढ निवासी 60 वर्षीय लीला पत्नी भंवरलाल मेनारिया ने पोते (लड़के) की चाहत में अपनी पोती को मार दिया और सबूतों को नष्ट करने के लिए अपने जेठ के बेटे 42 वर्षीय अर्जुन पुत्र सोहन लाल गोदीपुत्र राधाकिशन मेनारिया को बता साक्ष्य नष्ट करवाए।
दोनों आरोपी गिरफ्तार….
मामले में दोनों आरोपियों लीला मेनारिया और अर्जुन को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में आगे की कार्रवाई जारी। जानकारी के अनुसार, बच्ची की दादी और ताऊ ने बच्ची के अपहरण की झूठी अफवाह भी फैला दी, जिससे लोगों का ध्यान उनकी और से हट जाये। हत्या के साक्ष्य मिटाने में शामिल ताऊ ने ही बच्ची की हत्या का मुकदमा थाना निकुम्भ पर दर्ज कराया। मृतका बच्ची का पिता दुबई में हलवाई का काम करता था, जिसके तीन पुत्रियां थी। पौत्र की चाह में ही दादी ने की पोती की हत्या।